scriptनाबालिग का छेड़छाड़ में साथ देती थी मां, दोनों पर केस | Mother used to support minor in molestation, case against both | Patrika News

नाबालिग का छेड़छाड़ में साथ देती थी मां, दोनों पर केस

locationइंदौरPublished: Nov 28, 2022 11:04:59 pm

किशोरी की आत्महत्या मामले में कार्रवाई

नाबालिग का छेड़छाड़ में साथ देती थी मां, दोनों पर केस

नाबालिग का छेड़छाड़ में साथ देती थी मां, दोनों पर केस

इंदौर. द्वारकापुरी में किशोरी की छेड़छाड़ से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपी किशोर के साथ उसकी मां को भी आरोपी बनाकर हिरासत में लिया है। आरोप है कि बेटा किशोरी को परेशान करता और विरोध करने पर उसकी मां डाटने के बजाए उसका साथ देकर उत्प्रेरित करती थी।
द्वारकापुरी इलाके में शनिवार रात को 11वीं की छात्रा ने आत्महत्या की थी। परिजनों ने बताया कि घर के पास रहने वाले किशोर उसके साथ छेड़छाड़ करता था। तीन बार अलग अलग थानों में छेड़छाड़ की रिपोर्ट लिखाई गई थी। आरोपी किशोर की हरकतें बंद नहीं हुई तो किशोरी ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। टीआइ अलका मेनिया के मुताबिक, परिजनों के बयान हुए। इसमें पता चला कि किशोर की हरकत की जानकारी जब उसकी मां को दी तो वह बेटे को समझाने के बजाए उसका साथ देकर छेड़छाड़ के लिए उसे उत्प्रेरित करती थी। इस आधार पर पुलिस ने किशोर के साथ ही उसकी मां को भी धारा 305 के केस में आरोपी बना लिया। नाबालिग की आत्महत्या का मामला था इसलिए धारा 305 लगाई है।
आत्महत्या में मानव अधिकार आयोग ने मांगा जवाब
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने द्वारकापुरी में किशोरी द्वारा छेड़छाड़ की घटना से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस से जवाब मांगा है।इस केस में किशोरी की ओर से की गई तीन शिकायतों में पुलिस ने क्या कार्रवाई की इसकी जानकारी भी आयोग को देना होगी।
11वीं की छात्रा ने किशोर की हरकतों से परेशान होकर शनिवार को आत्महत्या कर ली थी। किशोरी मेधावी छात्रा थी लेकिन किशोर की हरकत से परेशान होकर स्कूल जाना छोड दिया था। जान देने से थोड़ी देर पहले उसने अपनी मां से कहा था कि यह लडक़ा मुझे पढऩे नहीं देगा। स्कूल जाने से लेकर घर तक मेरा पीछा करता है। इतना तंग कर दिया है कि समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं ? इस केस में पता चला कि परिवार नने तीन अलग अलग थानों में किशोर के खिलाफ शिकायत भी की थी लेकिन उसे नाबालिग बताकर छोड़ दिया था। आयोग ने पुलिस कमिश्नर से मामले में जांच कराकर एक माह में जवाब मांगा है। आयोग ने यह भी कहा है कि पीडि़त छात्रा के परिजनों द्वारा आरोपी के विरूद्ध जो तीन शिकायतें की गईं थीं, उन पर की गई कार्यवाही का विवरण (सभी आवश्यक दस्तावेजों सहित) एवं पीडि़त छात्रा की मृत्यु के उपरांत की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन भी दिया जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो