ये बात कल प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री सुहास भगत ने सांवेर विधानसभा उपचुनाव में काम पर लगे प्रमुख नेताओं से कही। बैठक की शुरुआत में स्वागत भाषण जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर ने दिया तो संचालन सावन सोनकर कर रहे थे। चुनाव को लेकर की गई गतिविधियों को चुनाव सह प्रभारी इकबालसिंह बैस ने प्रस्तुत किया।
सारी बातें सुनने के बाद जब भगत की बारी आई तो उन्होंने सबसे पहले प्रदेश के सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा का परिचय करवाया। कहना था कि सांवेर भाजपा ने ऐसा काम किया है, जो पूरे प्रदेश में आदर्श व अव्वल है। इसका मतलब ये नहीं कि काम पूरा हो गया। गंभीर जवाबदारी अभी तो बाकी है। आखिरी दिन तक ऐसा ही माहौल बनाए रखना।
जब तक मतपेटी स्ट्रांग रूम में चली ना जाए, तब तक चुनाव को संघर्ष के रूप में लेना है। बहुत अच्छा हो रहा है, लेकिन और आवश्यकता है। बैठक में प्रत्याशी तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, प्रभारी रमेश मेंदोला, गौरव रणदिवे, मालिनी गौड़, बाबूसिंह रघुवंशी, सुदर्शन गुप्ता और मनोज पटेल मौजूद थे।
तुलसी के नामांकन में रही शहरी भीड़ सिलावट ने एक नामांकन अभिजीत मुहूर्त में किया तो दूसरा माहौल बनाने के लिए रहा। सांवेर के बजाज चौक पर भीड़ भी जमा थी। इसमें अधिकतर लोग शहरी क्षेत्र के थे। ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता कम नजर आए। चुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला व नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने तीन दिन पहले ही फरमान जारी कर दिया था कि सभी पार्षद व मंडल अध्यक्षों को कम से कम ५० लोग लेकर सांवेर पहुंचना है।
नगर निगम चुनाव देखते हुए कई पार्षदों ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। पिछले दिनों खराब हुई सीआर सुधारने के लिए भी कुछ संख्या लेकर पहुंचे। सांवेर की सभा और नामांकन में शहरी नेता ही नजर आ रहे थे। बाद में ग्रामीण के कुछ नेताओं को कहानी समझ में आई तो उन्होंने जुलूस शुरू होने के पहले सभी को पीछे चलने का आग्रह किया, ताकि सांवेर के कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा सिलावट के नजदीक व साथ में नजर आएं।