बाबरिया के पहुंचते ही गोलू समर्थकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की। इसके बाद बाबरिया और शहर कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने गोलू और प्रीति के साथ बंद कमरे में चर्चा शुरू की। इस दौरान बाबरिया के सामने गोलू ने सवाल उठाया कि पार्टी ने मुझे टिकट देकर क्यों काटा? इसका जवाब मुझे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से चाहिए। इस पर बाबरिया ने कहा- मैं उन्हीं के निर्देश पर आया हूं, सवाल का जवाब भी तुम्हें मिलेगा। उन्होंने कमलनाथ से गोलू की फोन पर बात कराई। गोलू ने नाथ के सामने भी टिकट काटने का ही सवाल उठाया। साथ ही नाथ ने उन्हें शहर कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का प्रलोभन दिया। इस पर गोलू ने कहा- मुझे अध्यक्ष पद की भूख नहीं है। भाजपा में जाने पर इससे बड़ा पद मिल रहा था। आप जवाब दो मेरा टिकट क्यों काटा? गोलू समर्थकों के अनुसार वे चर्चा के बाद शाम तक नाम वापस लेने के लिए मान सकते हैं।
गौरतलब है कि एक नंबर विधानसभा से दो बार टिकट मिलने के बावजूद कट जाने से नाराज कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री ने अपनी पार्षद पत्नी प्रीति अग्निहोत्री को आगे करके चुनावी मैदान में उतारा है। इनके साथ ही प्रबल दावेदार होने के बाद भी टिकट न मिलने पर कमलेश खंडेलवाल ने भी निर्दलीय फॉर्म भर रखा है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी कमलेश ने निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस प्रत्याशी दीपू यादव को नुकसान पहुंचाया था। इस बार यह कहानी दोबारा न दोहराई जाए इसके लिए पार्टी से बगावत करके चुनाव मैदान में उतरने वाले गोलू और कमलेश को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
एक बार कर चुके इनकार
पांच नंबर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले छोटे यादव को मनाने के लिए प्रदेश प्रभारी बाबरिया रविवार को आए थे। इस दौरान उन्होंने गोलू को भी रेसीडेंसी कोठी पर मिलने बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए और चुनाव लडऩे का फैसला लेने की बात कहते हुए फॉर्म वापस लेने से इनकार कर दिया था।
एक बार कर चुके इनकार
पांच नंबर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले छोटे यादव को मनाने के लिए प्रदेश प्रभारी बाबरिया रविवार को आए थे। इस दौरान उन्होंने गोलू को भी रेसीडेंसी कोठी पर मिलने बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए और चुनाव लडऩे का फैसला लेने की बात कहते हुए फॉर्म वापस लेने से इनकार कर दिया था।
मेरे खून में कांग्रेस
गोलू समर्थकों का कहना है कि उन्हें कैलाश विजयवर्गीय का भी फोन आया और मुख्यमंत्री से बात कराने को कहा, लेकिन मैंने यह कहकर इनकार कर दिया कि मेरे खून में कांग्रेस है, इसलिए मैं निर्दलीय चुनाव लड़ लूंगा, लेकिन पार्टी नहीं बदलूंगा।
गोलू समर्थकों का कहना है कि उन्हें कैलाश विजयवर्गीय का भी फोन आया और मुख्यमंत्री से बात कराने को कहा, लेकिन मैंने यह कहकर इनकार कर दिया कि मेरे खून में कांग्रेस है, इसलिए मैं निर्दलीय चुनाव लड़ लूंगा, लेकिन पार्टी नहीं बदलूंगा।