इस बार के विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढऩे से जहां कांग्रेस 15 साल बाद सरकार बनने का दावा कर रही है। कांग्रेसियों के अनुसार प्रदेश की 230 विधानसभा सीट पर उतरे प्रत्याशियों की क्लास भोपाल स्थित पीसीसी कार्यालय में 6 या फिर 7 दिसंबर को लगेगी। इसमें नाथ सहित पार्टी के अन्य बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे। प्रत्याशियों ने चुनाव कैसे लड़ा? क्या परेशानी आई? टिकट न मिलने से नाराज नेताओं ने काम किया या नहीं? विधानसभा के किस बूथ से हारेंगे और किससे जीतेंगे? इनके साथ ही अन्य कई विषयों पर चर्चा नाथ करेंगे। भोपाल में होने वाली बैठक को लेकर जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बैंठे नेता तैयारी में जुट गए हैं, वहीं प्रत्याशी बूथ वाइज रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
नाथ की इच्छा ने चौंका दिया
वोटिंग प्रतिशत बढऩे पर कांग्रेस की सरकार बनते देख नाथ ने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर दी है। इससे कांग्रेस के सभी नेता चौंक गए हैं, क्योंकि चुनाव होने के पहले नाथ ने मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई दावेदारी नहीं की। अचानक से उनकी दावेदारी कई नेताओं को खल रही है। कांग्रेसियों के अनुसार भोपाल में बुलाई गई प्रत्याशियों की बैठक की एक वजह अपने लिए समर्थन जुटाना भी हो सकता है, क्योंकि सरकार बनने पर सांसद और चुनाव अभियान समिति के प्रदेशाध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी नजर मुख्यमंत्री की सीट पर है। खैर, प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी और कौन होगा मुख्यमंत्री? इसका फैसला 11 दिसंबर को होगा।