प्रदेश में 6 अक्टूबर से आचार संहिता लगी हुई है। इसके बाद से इंदौर आरटीओ कार्यालय के उडऩदस्ते ने कार्रवाई करना शुरू कर दी। अभी तक 200 वाहनों पर कार्रवाई की जा चुकी है, जिन पर 1 लाख रुपए से अधिक जुर्माना वसूला गया है। दस्ते से मिली जानकारी अनुसार इसी तरह 12 अक्टूूबर तक दो दिन में 36 प्राइवेट वाहनों पर, जिनमें विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगो, कॉलोर, अमानक नम्बर प्लेट लगी होने पर 20 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। 27 अक्टूबर को उडऩदस्ते ने कार्रवाई करते हुए 48 से अधिक वाहनों से 24 हजार रुपए बतौर शुल्क वसूल किया। इन सभी वाहनों पर राजनैतिक दलों के चुनाव चिह्न, नियम विरूद्ध नंबर प्लेटें आदि लगी हुई थीं। कार्रवाई के दौरान एक वाहन पर हूटर लगा मिला। तत्काल हूटर जब्त कर 3 हजार रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया। 31 अक्टूबर को परिवहन विभाग के उडऩदस्ते ने कार्रवाई करते हुए 14 ऐसे वाहनों पर कार्रवाई, जोकि राजनैतिक पार्टियों के मोनो और स्टीकर लगाकर वाहन चला रहे थे। इनसे 7 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया। इसी तरह 2 नवंबर को 24 वाहनों पर कार्रवाई की गई। इन वाहन स्वामी दारा अमानक नंबर प्लेट, नम्बर नहीं लिखा होना, राजनीतिक पार्टी का मोनो लगाना शामिल है। इन वाहनों से 12 हजार रुपए बतौर जर्माना वसूल किया गया।
आरटीओ ने फाड़े थे पोस्टर-स्टीकर आचार संहिता के बाद आरटीओ जितेंद्र सिंह रघुवंशी 8 अक्टूबर को कार्यालय पहुंचे तो पूरे आरटीओ परिसर में यूनियन, अन्य राजनीतिक पार्टियों से जुड़े संगठनों के पोस्टर, स्टीकर लगे देख भड़क गए। अपने कैबिन में न जाते हुए रघुवंशी ने पूरे कार्यालय परिसर का दौरा किया और खुद पोस्टर-स्टीकर को हटाया था। आरटीओ ने सभी बाबुओं और एआरटीओ को आदेश भी दिया कि पोस्टर लगने पर संबधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।