कांग्रेस नेता 15 साल से विपक्ष में बैठकर काटे जा रहे वनवास को खत्म करने में लगे हैं और पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं। इधर, चुनाव में खुद का क्षेत्र छोड़कर अपने राजनीतिक आकाओं के यहां जाने वाले नेताओं की नाकाबंदी अलग की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की मानें तो जो नेता अपना क्षेत्र छोड़कर गए हैं, उन्हें वापस अपनी विधानसभा में भेजा जा रहा है। प्रत्याशियों को पार्टी के लोकल व स्थानीय लोगों से मदद लेने को कहा जा रहा है। साथ ही बाहर यानी दूसरे शहर से आए लोगों को वापस भेजने को कहा जा रहा है। हालांकि इंदौर के कई नेता किसी न किसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनका काम करने नेता निकल गए और प्रत्याशी अपने दम पर किला लड़ा रहे हैं।
जुबान पर लगाम लगाने की हिदायत
कमलनाथ ने प्रदेश के सभी नेता और कार्यकर्ताओं को भेजे एक संदेश में जुबान पर लगाम लगाने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि भाजपा हार की आशंका के चलते तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है, इसलिए सावधान होना जरूरी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रतिद्वंद्वी पार्टी के नेताओं पर अनर्गल या अपमानजनक भाषा में टिप्पणी न करें।