बड़वानी जिले में 58 करोड़ से अधिक की लागत से करीब 37 किमी की सात सड़कें बनेंगी। निर्माण केली से सकलघाट उमरबेड़ा मार्ग, बोकराटा खेतिया मार्ग पर इंदलवाड़ा से मांजनी तहसील देवगढ़ पाटी रोड, सेमली से नेवा होकर नलती लोक निर्माण मार्ग तक, पीपरकुंड रेकु फलिया से आमली तक, वालन डेंगचा से डोगल्यापानी, राजपुर लाछी से सावरियापानी जूनाझीरा तक, डोंडवाड़ा से मालकतर तक होगा। इनमें अधिकांश रूट जिले को महाराष्ट्र से सीधे जोड़ेंगे। कुछ मार्ग गुजरात व महाराष्ट्र सीमा क्षेत्र की पहुंच आसान बनाएंगे।
बुरहानपुर को बड़ी सौगात
बुरहानपुर जिले में भी तीन मार्ग स्वीकृत हुए हैं। इसमें 17 किमी के झिरपांजिया अंबा तितरान्या मार्ग शामिल है, जो 25 करोड़ 88 लाख से बनेगा। खरगोन जिले की भी तीन सड़कों को मंजूरी मिली है। इसमें इंदौर-इच्छापुर मार्ग से इंदिरा नगर तक 1 करोड़ 45 लाख से सड़क बनेगी।
मांडू व बाग हैरिटेज का रखा ध्यान
धार जिले के मांडू में रानी रूपमति पहुंच मार्ग से मीरा की जीरात तक, जामा मस्जिद से जहाज महल पहुंच मार्ग, लुन्हेरा-मांडू मार्ग से मालीपुरा रोड बनेगी। बाग गुफा जाने के मार्ग का भी निर्माण होगा। इसके साथ ही एनएच 59 लेबड़-मानपुर लिंक रोड व बक्साना पुलिया से घाटा बिल्लौद मार्ग भी बनेगा। 12 करोड़ से अधिक लागत में 15 किमी लंबाई वाली सड़कों का निर्माण होगा।
सोलर प्रोजेक्ट को मिलेगी गति
खंडवा जिले में 74 करोड़ की लागत से करीब 14 मार्गों पर 46 किमी लंबाई में नई सड़क बनेगी। इसमें 11 किमी का झिरपा से दावनिया मार्ग भी है। ओंकारेश्वर में सत्तापुर गांव से ओंकारेश्वर-फ्लोटिंग सोलर पार्क तक 7 किमी का 16 करोड़ की लागत से पहुंच मार्ग भी बनेगा। इस रोड के बनने से 600 मेगावॉट के सोलर प्रोजेक्ट को गति मिलेगी।
इंदौर जिले में 12 सड़क मंजूर
30 करोड़ से अधिक की लागत से जिले में 12 सड़कों के निर्माण की मंजूरी मिली है। इनमें इंडस्ट्री एरिया, राऊ, फोरलेन, रालामंडल पहुंच मार्ग हैं। बड़ोदियाखान मार्ग, अजनोद, अंबाड़ा, बड़गांव, पांजरिया, दतौदा, राऊ सर्कल, पिगडंबर, ओल्ड एबी रोड पहुंच मार्ग बनेंगे। इसके अलावा 500 किमी की लंबाई में अलग-अलग टुकड़ों का पेचवर्क किया जाएगा। बारिश में खराब हुई 600 किमी के हिस्सा का नवीनीकरण होगा।
गुजरात के मुख्य मार्ग से जुड़ेगा क्षेत्र
आलीराजपुर जिले में भांडाखापर अखोली बोरझड़ तक 12 किमी मार्ग 15 करोड़ 91 लाख में बनेगा। इससे गुजरात जाने के मुख्य मार्ग तक पहुंच आसान होगी।