scriptचुनाव लड़ेंगे अमिताभ, भाजपा महासचिव देंगे ताकत | MPCA election, participate by amitabh | Patrika News

चुनाव लड़ेंगे अमिताभ, भाजपा महासचिव देंगे ताकत

locationइंदौरPublished: Sep 18, 2018 09:41:45 pm

Submitted by:

amit mandloi

– इस महीने के अंत में हो सकती है आईडीसीए की वार्षिक साधारण सभा
क्रिकेट सुधार को लेकर लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के बाद

mpca election news

चुनाव लड़ेंगे अमिताभ, भाजपा महासचिव देंगे ताकत

इंदौर.
क्रिकेट सुधार को लेकर लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के बाद मप्र की क्रिकेट राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत आ गए हैं। पिछले करीब तीन दशक से मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) की सत्ता पर काबिज सिंधिया गुट के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उनके कई दिग्गज चुनावी दौड़ से बाहर हो चुके हैं। हालिया कार्यकारिणी के लगभग सभी पदाधिकारी चुनावी रेस से आउट हो चुके है। नियमों की सख्ती के बाद बदली स्थिति के बावजूद सिंधिया गुट के क्रिकेट में धूर विरोधी रहे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी पैनल नहीं उतारने का ऐलान किया है। वे खुद चुनाव नहीं लड़ रहे लेकिन उनकी टीम के सिपेसालाहर अमिताभ विजयवर्गीय ने व्यक्तिगत रूप से सचिव पद पर चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। चुनावी रण में उतरने के लिए बाधा बनी सरकारी नौकरी भी उन्होने छोड़ दी है और चुनावी प्रचार में जुट गए हैं। क्रिकेट में अपने सबसे करीबी अमिताभ के व्यक्तिगत रूप से चुनाव लडऩे का ऐला करने केबाद अब कैलाश विजयवर्गीय ने उनकी मदद करने का निर्णय लिया है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस महीने के अंत या सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाले इंदौर संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन (आईडीसीए) की वार्षिक साधारण सभा के माध्यम अमिताभ की चुनाव केनवासिंग को मजबूती दी जाएगी। एजीएम को भव्य रूप में आयोजित कर उसमें आईडीसीए एवं एपमीसीए के सदस्यों को आमंत्रित कर सम्मानित करने की योजना बनाई जा रही है। पिछले सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को आईडीएसीए अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
चुनाव में भारी न पड़ जाए सिंधिया गुट का बिखराव

अमिताभ की सचिव पद पर दावेदारी के बीच रविवार को हुई एमपीसीए की विशेष असाधारण सभा में दिखा सिंधिया गुट का बिखराव उन्हें आगामी चुनाव में भारी पड़ सकता है। नवंबर के पहले सप्ताह में होने वाले चुनाव से हुई ईओजीए में विरोधी गुट के महज दो सदस्य पूरे गुट पर भारी पड़े। संजीव गुप्ता और राकेश भार्गव ने पूरा मजमा लूट लिया। सिंधिया गुट से जुड़े गुलरेज अली, अमय खुरासिया और विजय नायडू ने ही अपने लोगों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जबलपुर के निशिथ पटेल भी सत्ता विरोधी रूप में ही दिखाई दिए। गुट के थिंक टैंक संजय जगदाले, अशोक कुमट, महेंद्र सेठिया ने विरोधियों को शांत करने में भूमिका नहीं निभाई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया का बैठक में न होने का असर साफ दिखाई दिया। यदि समय रहते यह बिखराव ठीक नहीं किया गया तो सिंधिया गुट को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो