चुनाव में भारी न पड़ जाए सिंधिया गुट का बिखराव अमिताभ की सचिव पद पर दावेदारी के बीच रविवार को हुई एमपीसीए की विशेष असाधारण सभा में दिखा सिंधिया गुट का बिखराव उन्हें आगामी चुनाव में भारी पड़ सकता है। नवंबर के पहले सप्ताह में होने वाले चुनाव से हुई ईओजीए में विरोधी गुट के महज दो सदस्य पूरे गुट पर भारी पड़े। संजीव गुप्ता और राकेश भार्गव ने पूरा मजमा लूट लिया। सिंधिया गुट से जुड़े गुलरेज अली, अमय खुरासिया और विजय नायडू ने ही अपने लोगों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जबलपुर के निशिथ पटेल भी सत्ता विरोधी रूप में ही दिखाई दिए। गुट के थिंक टैंक संजय जगदाले, अशोक कुमट, महेंद्र सेठिया ने विरोधियों को शांत करने में भूमिका नहीं निभाई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया का बैठक में न होने का असर साफ दिखाई दिया। यदि समय रहते यह बिखराव ठीक नहीं किया गया तो सिंधिया गुट को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।