सूना पड़ा लहसुन खरीद केन्द्र
इंदौरPublished: Jun 20, 2017 09:16:00 pm
किसानों को उपज के उचित भाव दिलाने के तहत सरकार की ओर से यहां प्रतापगढ़ कृषि उपज मंडी में लहसुन की समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र सूना पड़ा हुआ है।
पहले दिन तुली थी चार क्विंटल लहसुन
आवश्यक दस्तावेजों के अभाव में नहीं हो रही खरीद
सरकार की ओर से राजफैड के माध्यम से कृषि उपज मंडी में खरीद का केन्द्र
प्रतापगढ़
किसानों को उपज के उचित भाव दिलाने के तहत सरकार की ओर से यहां प्रतापगढ़ कृषि उपज मंडी में लहसुन की समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र सूना पड़ा हुआ है। यहां केन्द्र की शुरुआत 15 जून से हुई थी। प्रथम दिन चार क्विंटल लहसुन की खरीद हुई थी। इसके बाद आवश्यक दस्तावेज के अभाव में खरीद नहीं हो पा रही है। राजस्व कर्मचारियों और अधिकारियों के हड़ताल पर होने से खेत की खाता नकल नहीं बनने से किसान मंडी में लहसुन बेचने नहीं आ रहे हंै। गौरतलब है कि सरकार की ओर से बाजार हस्तक्षेप योजना के अंतर्गत लहसुन की खरीद के लिए यहां राजस्थान राज्य सहकारी क्रय-विक्रय संघ लि.(राजफैड) के माध्यम से शुरू की गई। जो 12 जुलाई तक चलेगी। प्रदेश में कुल 10 हजार एमटी खरीद की जानी है। जिसमें कोटा में तीन हजार, बारां के छीपाबड़ौद में साढ़े तीन हजार, झालावाड़ के खानपुर में दो हजार, बूंदी के पाटन में एक हजार और प्रतापगढ़ मंडी में पांच सौ एमटी की खरीद का लक्ष्य है।
दस्तावेज आवश्यक
किसानों से कुल 32 सौ रुपए प्रति क्विंटल के भाव से लहसुन की खरीद की जा रही है। लहसुन के साथ आवश्यक दस्तावेज भी साथ लाने हैं। जिसमें गिरदावरी रिपोर्ट की दो प्रतियां, फोटोयुक्त पहचान पत्र, बैंक डिटेल आवश्यक है।
सूचना भेजी है
गिरदावरी रिपोर्ट नहीं होने से खरीद बंद है। ऐसे में किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। राजस्व कर्मचारियों के आंदोलन पर होने से गिरदावरी रिपोर्ट नहीं मिलने से केन्द्र पर किसान नहीं आ रहे हैं। ऐेसे में हमने उच्चाधिकारियों को सूचना भेजी है।
मदनलाल गुर्जर, सचिव, कृषि उपज मंडी, प्रतापगढ़