गौरतलब है कि अमानक पॉलीथिन रखने पर नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के अमले की चालानी कार्रवाई से गुस्साए कांग्रेस पार्षद मुबारिक अंसारी ने निगम के सहायक सीएसआई को चांटा मार दिया। उन्हें धक्का देकर गाली-गलौज की। घटना के बाद निगमकर्मी चंदन नगर थाने पहुंचे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। पहले तो राजनीतिक दबाव के चलते न निगमकर्मियों ने पार्षद का नाम शिकायत में दिया, न पुलिस ने पार्षद के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। फिर आला स्तर पर निर्देश मिलने के बाद एफआईआर में पार्षद का नाम जोड़ा गया और सबूत के तौर पर वीडियो सीडी सौंपी गई। निगमकर्मी के साथ मारपीट पर तीन अन्य के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया गया था। इनमें से पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं पार्षद अंसारी व एक अन्य को अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। उधर पार्षद अंसारी घटना के बाद साफ झूठ बोल गए की जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें मैं नहीं हूं। जबकि वह निगमकर्मी को चांटा मारते दिख रहे हैं। सहायक सीएसआई उमेश प्रजापत (39) निवासी धार रोड को उन्होंने पहले धक्का दिया, फिर चांटा जड़ दिया था। इसके बाद दुकानदार और पार्षद के पीछे खड़े छोटू शर्मा और सईद मामू ने भी प्रजापत से मारपीट कर दी। झगड़े के बीच स्पॉट फाइन का रसीद कट्टा छीन लिया और सरकारी काम में बाधा डाली। लेकिन सहायक सीएसआई योगेंद्र दीक्षित ने शिकायत में दुकानदार मो. मुकीम और छोटू व सईद का नाम ही दिया। पार्षद अंसारी का नाम बाद में वीडियो वायरल होने के बाद जोड़ा गया।
– अभी कर रहे जांच
मामले की जांच चल रही है, इसलिए अभी पार्षद को गिरफ्तार नहीं किया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश रेनवाल, सीएसपी