कुछ महीने में ही बदल देता था ठिकाना
इंदौरPublished: Mar 17, 2023 07:28:37 pm
फर्जी एसडीएम रिमांड पर


इंदौर. सरकारी नौकरी और शासकीय पट्टे की जमीन सस्ते में दिलाने का झांसा देकर लोगों से लाखों की धोखाधड़ी करने वाले फर्जी एसडीएम से क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। एडिशनल डीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, आरोपी मुकेश (35) पिता रमेश राजपूत निवासी ग्राम रतवाड़ा, होशंगाबाद को कोर्ट में पेश कर 3 दिन की रिमांड पर लिया है।
आरोपी के खिलाफ आई शिकायतों की जांच की जा रही है। पीडि़तों से जानकारी जुटा रहे हैं।
पाराशर के मुताबिक, फर्जी एसडीएम बनकर अधिकारी जिस कार में घुमता था, उसका पता लगा रहे हैं। यह भी पता लगा रहे हैं कि आरोपी ने कितने लोगों से पैसे लिए हैं। उसके बैंक खातों को जांच में शामिल करेंगे। पूछताछ में आरोपी ने बताया, पकड़े जाने के डर से वह कुछ महीने में ही स्थान बदल देता था। कभी बॉम्बे हॉस्पिटल तरफ तो कभी खजराना और कभी महालक्ष्मी नगर की तरफ किराये का घर लेकर रहता था। केस में पीडि़तों के बढऩे की उम्मीद है।
4 लोगों से ठगे 40 लाख
मालूम हो, बंगाली चौराहे पर स्टूडियों संचालन करने वाले फरियादी ने क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि आरोपी गाना गाने का शौकीन है। खुद को एसडीएम बताता है। सस्पेंड होने पर मानवाधिकार में पदस्थ होना बताता है। आरोपी ने सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया था। पीडि़त ने मौसेरे भाई को नायाब तहसीलदार की जॉब दिलाने के लिए आरोपी को 2 लाख और दस्तावेज दिए थे। इसके बाद मौसी की जॉब लगाने के लिए 50 हजार दिए। इसके बाद कनाडिय़ा क्षेत्र में सस्ते में सरकारी पट्टे की जमीन दिलाने के नाम पर आरोपी ने रुपए ऐंठे। जांच में पता चला कि आरोपी ने करीब 4 लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 40 लाख की धोखाधड़ी की है।