कुलपति रेणु जैन ने बताया कि वर्ष 2022 में शत-प्रतिशत बच्चों के प्लेसमेंट होंगे। इसके लिए कंपनियों से बात कर रहे हैं। अब कंपनियों में जॉब की संख्या ज्यादा है और स्टूडेंट कम हैं, क्योंकि कई बार स्टूडेंट शासकीय नौकरी या फिर रिसर्च की ओर जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम स्टार्टअप के लिए भी काम कर रहे हैं। पीपीपी मॉडल पर आइटी कंपनी बनाएंगे। हमने एमबीए इन पब्लिक और खादी में डिप्लोमा के नए कोर्स शुरू किए हैं।
ये नई कंपनियां आईं इस साल
केपीएमजी, एलिएंट, जेनिसीस, अल्ट्राटेक, जेडएस एसोसिएट्स, आरटीबी एनलिस्टिक, पिरामल कैपिटल, विप्रो, अडानी गैस, गुजरात गैस।
पांच साल में ये कंपनियां आईं
डेलोटी, एचडीएफसी बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, अरकेसियम, एशियन पेंट्स, एस एंड पी ग्लोबल्स, बजाज, अमूल, आइशर, टीसीएस आदि।
उच्चतम प्लेसमेंट रिकार्ड
सेंट्रलाइज प्लेसमेंट सेल के हेड डॉ. गोविंद माहेश्वरी ने बताया कि कोरोनाकाल के बाद डीएवीवी में यह अब तक का उच्चतम प्लेसमेंट रिकॉर्ड है। विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड प्राप्त होने के बाद कई नामी कंपनियों ने विजिट की। इनमें कंसल्टिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, बैंकिंग, आइटी, मैन्यूफैक्चरिंग, एफएमसीजी, हेल्थकेयर आदि क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं। प्लेसमेंट में एवरेज पैकेज 5.5 लाख सालाना है। सबसे ज्यादा 56 लाख का पैकेज गया है। इस साल बिजनेस एनॉलिसिस के लिए आई कंपनियों में स्टूडेंट को 10 लाख रुपए से ज्यादा का पैकेज मिला है। आइटी सेक्टर में यह 20 लाख रुपए से अधिक रहा। डीएवीवी में जबसे ए प्लस ग्रेड मिली है, तब से कंपनियों की संख्या बढ़ी है। सबसे ज्यादा आइटी कंपनियां आई हैं।