पंढरीनाथ मंदिर के सामने स्थित नरेंद्र गर्ग के मकान को निगम की टीम तोडऩे पहुंची थी। यहां नरेन्द्र और उनके दो भाई धर्मेन्द और कुशल समेत परिवार के 20 सदस्य रहते हैं। टीम को देखते ही विरोध शुरू हो गया। गली में स्थित मकान तक जेसीबी नहीं पहुंची तो कर्मचारियों ने मकान की गर्डर पर रस्सी बांधकर जेसीबी से खींचा, लेकिन रस्सी टूट गई। यह देखकर रहवासी भडक़ गए और विवाद के बाद परिवार के लोग निगम कर्मचारियों की शिकायत करने पंढरीनाथ थाने पहुंच गए।
निगम ने किबे कंपाउंड, चंद्रभागा के खतरनाक मकानों को तोड़ा सोमवार को रिमूवल दस्ते ने किबे कंपाउंड और चंद्रभागा में खतरनाक मकानों को तोड़ा। हालांकि खतरनाक हिस्सों को ही हटाया गया। निगम ने बीते सप्ताह पांच बेहद खतरनाक मकानों को गिराया था। सोमवार को निगम की टीम सवेरे पुलिस बल के साथ १६, किबे कंपाउंड में श्रीराम ठूठांले, नवजीत सिंह चावला, नूर हसन मूलतानी का मकान तोडऩे पहुंची। गर्डर फर्शी के इस मकान का बड़ा हिस्सा जर्जर हो चुका था। इसमें दुकानें चल रही थीं। टीम ने पोकलेन से इसके खतरनाक हिस्से को तोड़ा। इसके पूर्व मकान में मौजूद दुकानों का सामान निगम कर्मचारियों ने बाहर किया। इसी तरह ६२, चंद्रभागा में दीपक बिरथरे के तीन मंजिला मकान का जीर्णशीर्ण हिस्सा तोड़ कर गिरा दिया।