घर, दुकान, मल्टियों और ऑफिसों का कचरा सडक़ पर नहीं आए इसके लिए निगम ने डोर टूडोर कचरा कलेक्शन वाहन शहर के 85 वार्डों की गली-मोहल्लों, कॉलोनियों, मुख्य बाजारों और मार्गों पर चला रखे हैं। यह वाहन अलग-अलग समय में सुबह से लेकर रात तक चलते हैं। इन वाहनों की संख्या 535 से ज्यादा है। जिनमें गीले-सूखे के साथ अलग-अलग 6 प्रकार के कचरे का कलेक्शन किया जाता है। निगम की इस व्यवस्था के तहत कचरा लेने के लिए गाडिय़ां जहां लोगों के दरवाजे तक जाती हैं वहीं सडक़ पर कचरा आना भी बंद हो गया। शहर में चलने वाले कचरा कलेक्शन वाहन को खड़ा करने के लिए निगम के पास पार्किंग स्थल नहीं है। इसके लिए यह वाहन जोन परिसर या फिर बाहर सडक़ किनारे खड़े रहते हैं। इन वाहनों में से कई बार बैटरी और अन्य सामान भी चोरी हो जाता है। इसके चलते अब निगम ने इन वाहनों के लिए सुरक्षित पार्किंग बनाने की प्लानिंग की है। इस पर काम भी शुरू हो गया है, क्योंकि निगम ने अपने 19 जोनों में जगह तलाशने के साथ पार्किंग का निर्माण करने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। गौरतलब है कि कचरा गाडय़िां बेतरतीब तरीके से जोन परिसर और बाहर की तरफ खड़ी होती हैं। इस कारण जोन पर काम कराने आने वाले लोगों को अपने वाहन खड़े करने में परेशानी होती है। इसके अलावा अफसरों व कर्मचारियों को भी अपने वाहन रखने में दिक्कत होती है।
खर्च होंगे ढाई करोड़ रुपए
जोनवाइज दो अलग-अलग पैकेज में यह टेंडर जारी हुए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह पार्किंग बनेगी। पहले पैकेज में जोन-5, 7, 8, 9, 10, 11, 18 और 19 को लेकर टेंडर जारी किए हैं। दूसरे पैकेज में जोन-1, 2, 3, 4, 6, 12, 13, 14, 15 और 16 को लेकर टेंडर किए गए है। पार्किंग निर्माण पर निगम तकरीबन ढाई करोड़ रुपए खर्च करेगा।
तलाश की जा रही है जगह
कचरा वाहनों की पार्किंग के लिए जगह की तलाश की जा रही है। जिस जोन क्षेत्र की गाडिय़ां हैं वहीं पर आसपास ही जगह तलाश की जा रही है। इसके अलावा जोन परिसर में भी पार्किंग के लिए जगह तलाशी जा रही है ताकि यह वाहन व्यवस्थित खड़े हो सकें। जगह तलाशने के काम पर जोनल और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को लगाया गया है।
पार्किंग बनाई जा रही है
डोरटू डोर कचरा वाहनों को व्यवस्थित खड़ा करने के लिए पार्किंग बनाई जा रही है। इसके लिए टेंडर जारी हो गए हैं। जोन परिसर या फिर अन्य जगह पर यह पार्किंग बनेगी।
– महेश शर्मा, अधीक्षण यंत्री, स्वच्छ भारत मिशन