अमृत प्रोजेक्ट के तहत तैयार 27 नई टंकियों से घरों तक पानी पहुंचाने के लिए 1020 किलो मीटर तक सप्लाय पाइप लाइन डालने का ठेका मेसर्स एलएंडटी लिमिटेड कंपनी चेन्नई को दिया गया है, जो लेटलतीफी करने के साथ लापरवाही बरत रही है। नतीजतन सप्लाय लाइन बिछाने का जो काम नवंबर-2019 में पूरा करना था, वह तीन वर्ष बावजूद नहीं हुआ। कोविड के चलते कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने जून-2020 तक लाइन बिछाने का काम पूरा करने का कमिटमेंट किया था, लेकिन यह पूरा नहीं हुआ और काम की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी कमजोर रही।
अभी 11 टंकियों से ही सप्लाय शुरू हो पाया है। इनसे जुड़ी सैकड़ों कॉलोनियों के रहवासियों को पानी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, जबकि निगम ने दिसंबर-2021 तक सप्लाय शुरू करने का दावा किया था। यह दावा फेल हो गया, क्योंकि कंपनी ने सप्लाय लाइन डालने का काम पूरा नहीं किया और कंपनी से तय समय में काम पूरा कराने में निगम जलप्रदाय विभाग के अफसर नाकाम रहे। अभी भी 100 किलोमीटर तक लाइन डालना बाकी है।
इन टंकियों से जलप्रदाय नहीं हारून कॉलोनी, ग्रेटर वैशाली, तपेश्वरी बाग, गांधी नगर, सुनिकेत गार्डन श्रीनगर एक्सटेंशन, जय हिंद नगर, त्रिवेणी पार्क, गाड़ी अड्डा, ईंट भट्ठा सिरपुर, बाणगंगा, टिगरिया बादशाह, पालीवाल पार्क, बिचौली मर्दाना, कुलकर्णी का भट्ठा और स्कीम-155 में बनी टंकी से सप्लाय शुरू नहीं हो पाया है।

पांच माह में भी शुरू नहीं निगम ने इस वर्ष 15 जनवरी तक जिन छह टंकियों से सप्लाय शुरू करने का दावा किया था, वह तो फेल हो गया और सिर्फ एक टंकी तपेश्वरी बाग से 26 जनवरी तक सप्लाय शुरू करने की तैयारी की थी। आज पांच माह बाद भी तपेश्वरी बाग टंकी से सप्लाय शुरू नहीं हो पाया है, तो बाकी से कब शुरू होगा? इसका जवाब जिम्मेदार अफसरों के पास नहीं है। तपेश्वरी बाग टंकी से सप्लाय शुरू नहीं होने पर आशा नगर, देवकी नगर, धीरज नगर, सरस्वती नगर, मंसब नगर, सिकंदराबाद, राधे विहार, आशीष विहार और कृष्णाबाग नगर आदि कॉलोनियों में पानी को लेकर परेशानी है। इन कॉलोनियों में गर्मी के दौरान पानी की किल्लत लोगों को झेलना पड़ती है, जो इस बार भी हुई।
जरूर होगी कार्रवाई अमृत प्रोजेक्ट के तहत 16 टंकियों से सप्लाय जल्द शुरू होगा। अभी 100 किलो मीटर पाइप लाइन डालना बाकी है। तपेश्वरी बाग टंकी से सप्लाय शुरू करने को लेकर लाइन टेस्टिंग चल रही है। रही बात एलएंडटी कंपनी के काम में लेटलतीफी की तो इसको लेकर कार्रवाई जरूर होगी।
- संजीव श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, जलप्रदाय विभाग