टीआई सतीश द्विवेदी के मुताबिक प्रेमा ७० पति ईश्वर झमटानी की हत्या में पकड़ाए आरोपी दीपेश २४ पिता ताराचंद्र गंगवानी से एक दिन की रिमांड में पूछताछ की है। शुक्रवार को रिमांड खत्म होने के बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा है। घटनास्थल पर आरोपी लोहे की रॉड लेकर पहुंचा था। रॉड के संबंध में पूछताछ की तो वह बता नहीं सका की उसने उसे कहा फेंका है। इसलिए उसे जब्त नहीं कर पाए। दीपेश से पूछा गया की तुम्हें वृध्दा को मारते वक्त दया नहीं आई। तो उसने जबाव दिया की वह कर्ज में डृबा था। इसलिए वृध्दा को मारकर लूटा। वारदात के बाद उसने घर के पलंग, अलमारी, किचन, बाथरूम तक खंगाला। जेवरात और नकदी अपने पास रख लिए। भूख लगने पर उसने करीब पांच बार घर में रखा पानी पीया। दिनभर घटनास्थल पर रहा। उसने मृतिका को फंदे पर टांगने का प्रयास किया। पेट्रोल और घी से जलाने तक की तैयारी की। लेकिन जलाने पर पकड़े जाने के डर से घटनास्थल पर बैठा रहा। रात होते ही वह घटनास्थल से भाग गया। इसके बाद बस में बैठकर नासिक पहुंच गया। यहां से वह ट्रेन में बैठकर कोल्हापुर और फिर मुंबई पहुंचा। टीम ने जब उसे पकड़ा तो उसकी तलाशी में ११०० रुपए नकदी मिले। यदि आरोपी के पास ज्यादा नकदी होती तो वह गोवा व अन्य स्थान पर भाग सकता था।
कॉल डिटेल निकाल रही पुलिस पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपी मोबाइल का जानकार है। वह पूर्व में मोबाइल के व्यापारी से जुड़ा था। पुलिस जब उसका पीछा कर रही थी तो वह पूरे समय वाट्सएेप और फेसबुक जैसे एेप मोबाइल में इस्तेमाल करता रहा। संभवत: इस बीच उसने करीबियों से संपर्क करने के लिए वाट्सएेप कॉल भी किए। वहीं आरोपी को पकडऩे पहुंची टीम को उसके कई स्थानों से सीसीटीवी कैमरे मिले। बांद्रा, मुंबई स्टेशन पर आरोपी पहुंचा। टीम को अंदेशा था वह भीड़ का फायदा उठाकर फिर भाग जाएगा। लेकिन जैसे ही आरोपी स्टेशन के ब्रिज पर पहुंचा तो टीम ने उसे दोनों तरफ से घेरकर पकड़ लिया। फरारी के दौरान आरोपी से कितने लोग जुड़े रहे। इसका पता लगाने के लिए कॉल रिकार्ड मंगवाया है।
मालूम हो एएसपी मनीष खत्री ने आरोपी दीपेश गंगवानी को गिरफ्तार करने व उससे लूट का साढ़े आठ लाख का माल जब्त का खुलासा किया है। १० दिन लगातार रैकी के बाद आरोपी १२ अक्टूबर की अलसुबह वृध्दा के घर पहुंचा।। दरवाजा खुलते ही उसने उन्हें धक्का देकर गिराया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। सांस चलता देख उसने उनके मुंह पर टेप चिपका दिया। शाम को परिवार का फोन आने पर आरोपी ने उन्हें गुमराह कर मृतिका के एक्सीडेंट होकर हॉस्पिटल में भर्ती होना बताया।