एमआईजी इलाके में अयोध्यापुरी कॉलोनी के मैदान में १३ सिंतबर को अब्दुल मजीद (२८) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद छह साल के बच्चे ने एक आरोपित को भागते देखा था। उससे मिली जानकारी के बाद पुलिस ने मजीद के दोस्त आदिल व शहनवाज को पकड़ा था। दोनो से पूछताछ के बाद पुलिस को उनके साथी शाहरूख व सोहेल के बारें में जानकारी मिली। दोनो कोटा के रहने वाले है। पुलिस टीम उनकी तलाश में कोटा गई थी। शनिवार को दोनो को लेकर पुलिस टीम इंदौर आ गई।
जांच में ये भी बात सामने आई है कि आदिल व शहनवाज के पास दो हीरे की अंगूठी आई थी। इसकी कीमत करीब १५ लाख रुपए थी। इसे बेचने के लिए उन्होंने मजीद को दी थी। कुछ दिन मजीद ने अंगूठी अपने पास रखी फिर ये कहते हुए वापस कर दी कि इसे वो नहीं बेच पाएंगा। आदिल व शहनवाज को गड़बड़ लगी तो उन्होंने अंगूठी की जांच करवाई। पता चला कि अंगूठी में मामूली नग लगे है। इस बारें में उन्होंने मजीद से पूछा तो उसने कहां कि मुझे इस बारें में कुछ नहीं पता। जो अंगूठी तुमने दी थी वहीं मैने लौटा दी। पुलिस को आशंका है कि हत्या की वजह हीरे की अंगूठी हो सकती है। इसके अलावा जांच में आया है कि चारों आरोपित व मजीद मिलकर कोटा में ऑनलाइन सट्टा भी संचालित कर रहे थे। चारों आरोपित इसका संचालन कर रहे थे। इसी में से बिना काम के मजीद को भी हिस्सा देना पड़ रहा था। वहीं मादक पदार्थो की तस्करी व लड़कियों को बेचने का काम करने में भी इनकी भूमिका आ रही है। ये भी पता चला है कि एक आरोपित के परिवार की युवती की मजीद से दोस्ती थी। ये बात उसे नागवार रहती थी। इसको लेकर भी उनमें विवाद हो चुका है। इन वजहों पर भी पुलिस को हत्या की आशंका है।
फोन पर करते रहे बात
घटना वाले दिन मजीद के साथ ही आदिल व शहनवाज थे। फिर भी उनकी काल डिटेल में आया है कि घटना के पहले दोनो लगातार फोन पर बात करते रहे। पता चला है कि दोनो ने ही हत्या के लिए शाहरूख व सोहेल को कोटा से बुलवाया था। वो आदिल के घर ही रूके थे। वारदात में उनकी भूमिका ना आए इसलिए दोनो को ये काम दिया। सीसीटीवी फुटेज में आरोपित का हुलिया नहीं मिलने पर पूछताछ में इनके बारें में पता चला था। अपना मोबाइल भी इन्हें दिया था। इसी पर वो मजीद की लोकेशन बता रहे थे। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर हत्या के खुलासे का दावा किया है। फिलहाल अफसर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे।
घटना वाले दिन मजीद के साथ ही आदिल व शहनवाज थे। फिर भी उनकी काल डिटेल में आया है कि घटना के पहले दोनो लगातार फोन पर बात करते रहे। पता चला है कि दोनो ने ही हत्या के लिए शाहरूख व सोहेल को कोटा से बुलवाया था। वो आदिल के घर ही रूके थे। वारदात में उनकी भूमिका ना आए इसलिए दोनो को ये काम दिया। सीसीटीवी फुटेज में आरोपित का हुलिया नहीं मिलने पर पूछताछ में इनके बारें में पता चला था। अपना मोबाइल भी इन्हें दिया था। इसी पर वो मजीद की लोकेशन बता रहे थे। पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर हत्या के खुलासे का दावा किया है। फिलहाल अफसर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे।