आरेापितों पर प्रकरण दर्ज कराया। अब संभागायुक्त को पत्र लिख प्रबंधन सुरक्षा बढ़ाने की मांग करेगा।
दरअसल शहरभर में होने वाली घटना, दुर्घटना के घायल एमवाय अस्पताल में पहुंचते हैं। कई बार विवादित मामलों में घायलों को लाने पर दोनों तरफ से आने वाले परिजन एमवाय अस्पताल में आमने-सामने हो जाते हैं। कई बार इसके चलते एमवाय अस्पताल में तोडफ़ोड़ तक हो चुकी है। रविवार रात भी एक घायल के परिजनों ने जमकर उत्पात किया। पहले गार्ड से अभद्रता की और फिर डॉक्टरों से गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद सीएमओ ने पुलिस को बुलाया तो काफी देर बाद पुलिस पहुंची। पूर्व में भी डॉक्टरों के साथ यहां मारपीट हो चुुकी है। एमवाय अस्पताल में बनी पुलिस चौकी में रात में गिने-चुने जवान रहते हैं वहीं गार्ड की संख्या भी कम हो जाती है। ऐसे में अब अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर, संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी को अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने की मांग के लिए पत्र लिख रहे हेैं। डॉ. ठाकुर का कहना है कि रात के समय अस्पताल में पुलिस की मुस्तैदी होना जरूरी है। स्टाफ कम रहता है जिससे मरीजों के अटेंडर विवाद पर उतर आते हैं।