– इधर हड़ताल की तैयार
एमवाय अस्पताल में २३ जुलाई को बहुत अधिक जरूरत हो तो ही जाएं, क्योंकि इस दिन अस्पताल में सीनियर से लेकर जूनियर डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ और टेक्निशियन सभी सामुहिक अवकाश पर हैं। इसके चलते अस्पताल की व्यवस्थाएं गड़बढ़ाना तय है। एसे में यहां आने वाले मरीजों को उचित इलाज भी नहीं मिल सकेगा। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और एमवाय प्रबंधन इस सामुहिक अवकाश को टालने की जुगत में लगे हैं।
अंादोलन की शुरूआत मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने की थी, जिन्होंने अलग अलग मांगो को लेकर एक दिन का सांकेतिक विरोध किया था। तब ही अध्यक्ष डॉ. पूनम माथूर ने २३ जुलाई को विरोध स्वरूप सामुहिक हड़ताल पर रहने की बात कही थी। इसके बाद नर्सिंंग एसोसिएशन ने अलग अलग मांगो को लेकर रैलियां निकाली और दो दिन तक एमवाय अस्पताल के मुख्य गेट पर दो दो घंटे का धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने भी २३ जुलाई को सामुहिक अवकाश पर रहने की घोषणा कर दी। इनके सर्मथन में टेक्निशियन भी आ गए जिनकी कई मांगे लंबे समय से लंबित है। वे भी २३ को सामुहिक अवकाश पर रहेंगे। इन सबसे बाद अस्पताल में अब सिर्फ जूनियर डॉक्टर बचे थे, जो व्यवस्थाए संभालते। लेकिन तीन दिनों पहले जूनियर डॉक्टरों ने प्रदेशभर में मानदेय बढ़ाने के लिए अंादोलन छेड़ दिया है। एमवाय अस्पताल की नियमित ओपीडी में न बैठकर वे अस्पताल परिसर के बाहर समानांतर ओपीडी लगा रहे हैं। साथ ही उन्होंने भी २३ जुलाई को अस्पताल में काम नहीं करने की घोषणा कर दी, वे भी सामुहिक अवकाश पर रहेंगे।
एमवाय अस्पताल में २३ जुलाई को बहुत अधिक जरूरत हो तो ही जाएं, क्योंकि इस दिन अस्पताल में सीनियर से लेकर जूनियर डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ और टेक्निशियन सभी सामुहिक अवकाश पर हैं। इसके चलते अस्पताल की व्यवस्थाएं गड़बढ़ाना तय है। एसे में यहां आने वाले मरीजों को उचित इलाज भी नहीं मिल सकेगा। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और एमवाय प्रबंधन इस सामुहिक अवकाश को टालने की जुगत में लगे हैं।
अंादोलन की शुरूआत मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने की थी, जिन्होंने अलग अलग मांगो को लेकर एक दिन का सांकेतिक विरोध किया था। तब ही अध्यक्ष डॉ. पूनम माथूर ने २३ जुलाई को विरोध स्वरूप सामुहिक हड़ताल पर रहने की बात कही थी। इसके बाद नर्सिंंग एसोसिएशन ने अलग अलग मांगो को लेकर रैलियां निकाली और दो दिन तक एमवाय अस्पताल के मुख्य गेट पर दो दो घंटे का धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने भी २३ जुलाई को सामुहिक अवकाश पर रहने की घोषणा कर दी। इनके सर्मथन में टेक्निशियन भी आ गए जिनकी कई मांगे लंबे समय से लंबित है। वे भी २३ को सामुहिक अवकाश पर रहेंगे। इन सबसे बाद अस्पताल में अब सिर्फ जूनियर डॉक्टर बचे थे, जो व्यवस्थाए संभालते। लेकिन तीन दिनों पहले जूनियर डॉक्टरों ने प्रदेशभर में मानदेय बढ़ाने के लिए अंादोलन छेड़ दिया है। एमवाय अस्पताल की नियमित ओपीडी में न बैठकर वे अस्पताल परिसर के बाहर समानांतर ओपीडी लगा रहे हैं। साथ ही उन्होंने भी २३ जुलाई को अस्पताल में काम नहीं करने की घोषणा कर दी, वे भी सामुहिक अवकाश पर रहेंगे।