ग्राम बागदरा खरगोन निवासी बेटे रामलाल के अनुसार पिता मंगड़ा को लीवर की परेशानी थी, इसलिए एमवाय अस्पताल में उनका इलाज करवा रहे थे। इलाज के दौरान भी वे परेशान रहते थे। कल रात को खाना खाने के बाद हम सो गए। सुबह जब मैं उठा तो पिता दिखाई नहीं दिए। मैंने आसपास देखा कहीं नहीं दिखे। इस पर नीचे तक देखकर आया। इसके बाद मैंने पूछताछ शुरू की। इसी दौरान सफाई कर्मियों से पूछा तो उन्होंने भी खोजबीन शुरू की। जब अस्पताल के परिसर में ही खुलने वाली वार्ड की खिडक़ी से देखा तो वहां वे जमीन पर मृत अवस्था में पड़े हुए थे। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। संयोगितागंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया और शव को एमवाय के पोस्टमार्टम रूम में भेजा। प्रथम दृष्टया बीमारी से परेशान होने के चलते आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।