समय सीमा हुई पूरी, काम रह गया अधूरा
देश का पहला वाटर प्लस शहर बनने के लिए इंदौर में पिछले चार महीनों से चल रहे काम को बुधवार को पूरा होना था, लेकिन इसके लिए तय समय सीमा खत्म हो गई, लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया। अभी भी लगभग १५ फीसदी काम बाकी है। अगले पांच दिनों में नगर निगम इस काम को पूरा कराने की कोशिश कर रही है।
नगर निगम ने शहर के नदी-नालों में मिलने वाले गंदे पानी के आउटफाल्स को रोकने के लिए नाला टेपिंग का काम किया जा रहा था। नगर निगम ने इस काम को २० जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था। इस काम को समय पर पूरा करने के लिए नगर निगम के सभी अधिकारियों और संसाधनों को निगम ने इस काम में लगा दिया था। दो शिफ्टों में सभी साइटों पर काम करवाया जा रहा था। लेकिन समय सीमा पूरी होने के बाद भी कई जगह पर अभी भी काम पूरा नहीं हो पाया। पलासिया में शेख हातिम चौराहे के पास स्थित नाले के आसपास दलदल की स्थिति होने के कारण यहां नाला टेपिंग की लाइन अभी तक डल ही नहीं पाई है। इसी तरह से भागीरथपुरा, रसोमा नाला, भमोरी नाले में भी लाइन डालने का काम अभी भी बाकी है। वहीं लाइनें पूरी नहीं डलने के कारण नालों में मिलने वाले १५ से ज्यादा बड़े आउटफाल्स अभी भी बंद नहीं हो पाए हैं। अब नगर निगम अगले पांच दिनों में इस काम को पूरा करने की तैयारी कर रही है।
प्रभारी आयुक्त एस. कृष्ण चैतन्य ने बताया कि नाला टेपिंग के काम में अभी भी कई जगह पर काम अधूरा है। हम इसे अगले तीन से चार दिनों में पूरा करवा लेंगे। हमारी कोशिश है कि बड़े आउटफाल्स अगले दो दिनों में हम बंद करवा दें।
तीसरी बार बढ़ी समय सीमा
नगर निगम ने इस काम को पूरा करने के लिए तीसरी बार समय सीमा बढ़ाई है। इसके पहले नगर निगम ने ३१ दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन काम पूरा नहीं होने के चलते १० जनवरी की तारीख तय की गई। 10 जनवरी को 10 दिन का और समय बढ़ाते हुए काम पूरा करने के लिए अंतिम तारीख २० जनवरी तय की गई। लेकिन उसके बाद भी काम पूरा नहीं हो पाया है।
देश का पहला वाटर प्लस शहर बनने के लिए इंदौर में पिछले चार महीनों से चल रहे काम को बुधवार को पूरा होना था, लेकिन इसके लिए तय समय सीमा खत्म हो गई, लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया। अभी भी लगभग १५ फीसदी काम बाकी है। अगले पांच दिनों में नगर निगम इस काम को पूरा कराने की कोशिश कर रही है।
नगर निगम ने शहर के नदी-नालों में मिलने वाले गंदे पानी के आउटफाल्स को रोकने के लिए नाला टेपिंग का काम किया जा रहा था। नगर निगम ने इस काम को २० जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था। इस काम को समय पर पूरा करने के लिए नगर निगम के सभी अधिकारियों और संसाधनों को निगम ने इस काम में लगा दिया था। दो शिफ्टों में सभी साइटों पर काम करवाया जा रहा था। लेकिन समय सीमा पूरी होने के बाद भी कई जगह पर अभी भी काम पूरा नहीं हो पाया। पलासिया में शेख हातिम चौराहे के पास स्थित नाले के आसपास दलदल की स्थिति होने के कारण यहां नाला टेपिंग की लाइन अभी तक डल ही नहीं पाई है। इसी तरह से भागीरथपुरा, रसोमा नाला, भमोरी नाले में भी लाइन डालने का काम अभी भी बाकी है। वहीं लाइनें पूरी नहीं डलने के कारण नालों में मिलने वाले १५ से ज्यादा बड़े आउटफाल्स अभी भी बंद नहीं हो पाए हैं। अब नगर निगम अगले पांच दिनों में इस काम को पूरा करने की तैयारी कर रही है।
प्रभारी आयुक्त एस. कृष्ण चैतन्य ने बताया कि नाला टेपिंग के काम में अभी भी कई जगह पर काम अधूरा है। हम इसे अगले तीन से चार दिनों में पूरा करवा लेंगे। हमारी कोशिश है कि बड़े आउटफाल्स अगले दो दिनों में हम बंद करवा दें।
तीसरी बार बढ़ी समय सीमा
नगर निगम ने इस काम को पूरा करने के लिए तीसरी बार समय सीमा बढ़ाई है। इसके पहले नगर निगम ने ३१ दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन काम पूरा नहीं होने के चलते १० जनवरी की तारीख तय की गई। 10 जनवरी को 10 दिन का और समय बढ़ाते हुए काम पूरा करने के लिए अंतिम तारीख २० जनवरी तय की गई। लेकिन उसके बाद भी काम पूरा नहीं हो पाया है।