ये है परियोजना
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एचआर चौहान ने बताया, इस परियोजना के तहत 15 घनमीटर प्रति सेकंड क्षमता से नर्मदा जल ओंकारेश्वर परियोजना की मुख्य नहर से लाया जाएगा। जल का उद्वहन मुख्य नहर के 9.775 किलोमीटर से 3 मीटर व्यास की पाइप लाइन द्वारा 427 मीटर तक होगा। पाइप लाइन 68.142 किलोमीटर लंबी है। सिंचाई जल वितरण के लिए गंभीर नदी के दोनों किनारों पर पाइप लाइन डाली गई है। इससे इंदौर और उज्जैन जिलों की 6 तहसीलों के 164 गांवों का 50775 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। परियोजना की लागत 2187 करोड़ रुपए है।
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एचआर चौहान ने बताया, इस परियोजना के तहत 15 घनमीटर प्रति सेकंड क्षमता से नर्मदा जल ओंकारेश्वर परियोजना की मुख्य नहर से लाया जाएगा। जल का उद्वहन मुख्य नहर के 9.775 किलोमीटर से 3 मीटर व्यास की पाइप लाइन द्वारा 427 मीटर तक होगा। पाइप लाइन 68.142 किलोमीटर लंबी है। सिंचाई जल वितरण के लिए गंभीर नदी के दोनों किनारों पर पाइप लाइन डाली गई है। इससे इंदौर और उज्जैन जिलों की 6 तहसीलों के 164 गांवों का 50775 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। परियोजना की लागत 2187 करोड़ रुपए है।
उद्योगों को मिलेगा पानी
उन्होंने बताया, परियोजना के तहत 40 हेक्टेयर तक भूमिगत पाइप लाइन से जल मिलेगा। इसके बाद किसान पाइप लगाकर खेतों में ड्रिप या स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे। 15 क्यूमेक्स में से 12.5 क्यूमेक्स जल का उपयोग सिंचाई के लिए होगा। शेष में से 1.5 क्यूमेक्स पेयजल के लिए रिजर्व रखा गया है। 1 क्यूमेक्स इंदौर और उज्जैन अंचल के उद्योगों को प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया, परियोजना के तहत 40 हेक्टेयर तक भूमिगत पाइप लाइन से जल मिलेगा। इसके बाद किसान पाइप लगाकर खेतों में ड्रिप या स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे। 15 क्यूमेक्स में से 12.5 क्यूमेक्स जल का उपयोग सिंचाई के लिए होगा। शेष में से 1.5 क्यूमेक्स पेयजल के लिए रिजर्व रखा गया है। 1 क्यूमेक्स इंदौर और उज्जैन अंचल के उद्योगों को प्रदान किया जाएगा।
ढाई हेक्टयर में किया क्षेत्र विकसित, जलप्रपात आएगा नजर
ग्राम बड़ी कलमेर में लगभग ढाई हेक्टयर क्षेत्र में नर्मदा-गंभीर संगम स्थल को दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां नर्मदा का जलप्रपात के रूप में गिरकर घाट क्षेत्र में गंभीर नदी में संगम होगा। आमजन के स्नान के लिए बाएं तरफ 3 और दाएं तरफ 1 घाट बनाया गया है। यहां 50 चार पहिया एवं 200 दोपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है। दो माउंट विकसित किए गए। गंभीर नदी के किनारे व्यूप्वॉइंट और बॉटनिकल गार्डन विकसित किया जा रहा है।
ग्राम बड़ी कलमेर में लगभग ढाई हेक्टयर क्षेत्र में नर्मदा-गंभीर संगम स्थल को दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां नर्मदा का जलप्रपात के रूप में गिरकर घाट क्षेत्र में गंभीर नदी में संगम होगा। आमजन के स्नान के लिए बाएं तरफ 3 और दाएं तरफ 1 घाट बनाया गया है। यहां 50 चार पहिया एवं 200 दोपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है। दो माउंट विकसित किए गए। गंभीर नदी के किनारे व्यूप्वॉइंट और बॉटनिकल गार्डन विकसित किया जा रहा है।