इस अमृत 2.0 योजना के तहत चौथे चरण पर 1550 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में जलूद में नए इंटकवेल, ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे. यहां से इंदौर तक 75 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी. यह प्रोजेक्ट आगामी तीन साल में पूरा होगा. इससे इंदौर में 360 एमएलडी पानी मिलेगा.
नर्मदा प्रथम, द्वितीय व तृतीय चरण से अभी शहर में कुल 425 एमएलडी पानी आ रहा है. नए चरण के पूरा हो जाने के बाद नगर निगम सीमा में शामिल हुए 29 गांवों और कालोनियों तक नर्मदा का पानी पहुंचाया जाएगा. नगर निगम ने इस बार नर्मदा के चौथे चरण के लिए बजट में 1550 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.
नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव बताते हैं कि अगले तीन साल में पूरे शहर में नर्मदा जल की आपूर्ति प्रारंभ कर दी जाएगी। प्रोजेक्ट में नल कनेक्शन के साथ वाटर मीटर भी लगाए जाएंगे जिससे नलों से पानी चोरी करने या अवैध नल कनेक्शन जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी. नर्मदा के चौथे चरण का कार्य इस वर्ष के अंत तक शुरू होने की संभावना है।
ऐसे जुटेंगे 1550 करोड़
राज्य शासन का अंशदान— 58%
केंद्र से— 25%
निगम का अंशदान— 17%
15वें वित्त आयोग से भी कुछ राशि मिलेगी
नर्मदा चतुर्थ चरण
कुल लागत: 1550 करोड़ रुपये
सिस्टम की लागत: 980 करोड़ रुपये
अन्य व्यवस्थाओं की लागत: 570 करोड़ रुपये
पानी: 360 एमएलडी।
नल कनेक्शन होंगे— 3 लाख 50 हजार
नल कनेक्शन अभी: 2 लाख 63 हजार
ये काम होंगे
एक इंटेकवेल और एक ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा,
तीन पंप हाउस बनेंगे
बेकप्रेशर टैंक और विद्युत सब स्टेशन बनेगा
पाइप लाइन भी डाली जाएगी।
शहर में 30 नई पानी टंकियां बनाई जाएंगी
650 किलोमीटर की पुरानी पाइप लाइन बदली जाएगी
नई 500 किलोमीटर पाइप लाइन लाइन डाली जाएगी