Must see: MP में कोरोना के ताजा आंकड़े
प्रदेश में पिछले दिनों से सभी मेडिकल कॉलेज के 3 हजार जूनियर डाक्टर के हड़ताल पर चले गए थे। सरकार के मांगे मानने और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद जूडा सोमवार के ही काम पर लोटे हैं। जूडा के बाद मध्य प्रदेश के सभी शासकीय मेडिकल कॉलेज की 6 हजार नर्सेस ने आदोलन करने का एलान कर दिया। आदोलन की शुरुआत 9 जून से की गई आज प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेज की नर्सेस ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया हालांकि नर्सेस के विरोध प्रदर्शन का अस्पताल में किसी काम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सभी नर्सेस काली पट्टी बांधकर काम करती रही। मध्यप्रदेश नर्सेस एसोसिएशन न कहा है कि प्रदेश सरकार स्टाफ नर्स की लंबित मांगों पर विचार नहीं कर रही है। इसके लिये कई बार ज्ञापन भी दिए गए। अब आंदोलन ही आखिरी रास्ता बचा है।
Must see: एमपी में गुमनाम अस्पताल के नाम पर टीके की 10 हजार डोज खरीदी
मध्य प्रदेश नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार ने कहा कि कोरोना संकट के समय नर्सेस ने अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया है। अपनी और अपने परिवार की चिंता किए बगैर काम करती रही है इस महामारी ने कई नर्सेस को भी अपनी चपेट में ले लिया। लेकिन सरकार को हमारी लंबित मांगों का स्मरण नहीं है। परमार ने प्रदेश के सीएम और चिकित्सा शिक्षा मंत्री से मांग की है कि स्टाफ नर्सेस की मांगों पर विचार कर जल्द उनके आदेश जारी किए जाएं।