चार सेशन में दिए प्रजेंटेशन
रविवार को कुल चार सेशन हुए। पहले व दूसरे सेशन में टीएचआर और टीकेआर पर चर्चा हुई। तीसरे सेशन में पेनल डिस्कशन और अंतिम सेशन में वर्कशॉप की गई। अंत में डॉ. राजीव हिंगोरानी ने प्रजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सकों को लाइफ टाइम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। समापन समारोह में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शरद थोरा, देवी अहिल्या विवि के कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़, एमवायएच अधीक्षक डॉ. वीएस पाल भी मौजूद रहे।
रविवार को कुल चार सेशन हुए। पहले व दूसरे सेशन में टीएचआर और टीकेआर पर चर्चा हुई। तीसरे सेशन में पेनल डिस्कशन और अंतिम सेशन में वर्कशॉप की गई। अंत में डॉ. राजीव हिंगोरानी ने प्रजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सकों को लाइफ टाइम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। समापन समारोह में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शरद थोरा, देवी अहिल्या विवि के कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़, एमवायएच अधीक्षक डॉ. वीएस पाल भी मौजूद रहे।
आप घुटना प्रत्यारोपण के लिए उपयुक्त हैं? घुटनों में आर्थराइटिस होने से कई बार विकलांगता की स्थिति तक आ जाती है। जैसे जैसे घुटने जवाब देने लगते हैं, चलना-फिरना, उठना-बैठना, यहां तक कि बिस्तर से उठ पाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में नी रिप्लेसमैंट यानी घुटनों का प्रत्यारोपण एक विकल्प के तौर पर मौजूद है। यदि एक्सरे में आप को घुटना या उस के अंदर के भाग अधिक विकार ग्रस्त होते दिख रहे हों या आप घुटनों से लाचार महसूस कर रहे हों, जैसे बेपनाह दर्द, उठने बैठने में तकलीफ, चलने में दिक्कत, घुटने में कड़ापन, सूजन, लाल होना, तो आप घुटना प्रत्यारोपण के लिए उपयुक्त हैं।