बीस वर्षों से बच्चियों व सीनियर सिटीजन की कर रहीं मदद सीमा सेन ने करीब बीस साल पहले साक्षी सोशल वर्क एनजीओ बनाया। इसका नाम अपनी बेटी पर रखा। पति राजेंद्र, बहन करुणा, रेणू, भाई ब्रजेश, भाभी हेमा ने मदद की। बाद में लोगों को पता चला तो वे भी जुड़ते गए। ये सभी मिलकर पैसा इक_ा करते हैं। इस तरह जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं। जो बच्चियां स्कूल नहीं जा पातीं उनका एडमिशन कराने से लेकर कॉपी-किताब, स्टेशनरी दिलाने व फीस भरने में मदद करना शुरू किया। अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन के घर जाकर हालचाल पूछते हैं। उन्हें खाना, दवाई दिलाने व इलाज करवाने का काम करते हैं।
बच्चियों व सीनियर सिटीजन को गेट-टुगेदर के लिए घुमाने ले जाते हैं। हर गुरुवार, पूर्णिमा व अमावस्या पर सभी सदस्य घर से खाना बनाकर एमवाय अस्पताल में मरीजों के परिजन को देते हैं। एनजीओ के नाम से फेसबुक व वॉट्सऐप पर गु्रप बनाया है। सदस्य इसमें जरूरतमंद की जानकारी देते हैं। फिर गु्रप के लोग वहां जाकर स्थिति देखते हैं और हरसंभव मदद करते हैं। साक्षी ने बताया, उन्होंने एनजीओ के कार्ड बनाए हैं। इसे ऑटो रिक्शा, मैजिक के ड्राइवरों को देते हैं। उन्हें बताते हैं, किसी जरूरतमंद को ये कार्ड देकर उसे संपर्क करने को कहें। दो दिन पहले एक ऑटो रिक्शा वाले से कार्ड लेकर देवास के परिवार ने संपर्क किया। उनकी बेटी को टीबी की बीमारी थी। शरीर में काफी कम खून बचा था। सीमा व गु्रप के लोगों ने खून दिया। एक बुजुर्ग का कुछ दिन पहले हार्निया का ऑपरेशन कराया।