must read : नृसिंह बाजार से मजदूर चौक तक तोड़े 30 बाधक निर्माण, बारिश से बिगड़े हालात घटना को लेकर भोपाल शाखा के संयुक्त संचालक डॉ. पंकज शुक्ला ने आदेश जारी कर उज्जैन के डॉ. दीपक पिप्पल, डॉ. अभिषेक जीनवाल और जिला अस्पताल इंदौर के दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. पारस रावत की तीन सदस्यीय कमेटी को 30 अगस्त तक जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। डॉ. शुक्ला ने कहा, कमेटी से शुक्रवार को चर्चा हुई है। रिपोर्ट में कुछ तथ्य बाकी होने से एक-दो दिन में कमेटी पूरी रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट में ओटी में पाए गए संक्रमण और प्रोटोकॉल पालन में कमी बताई गई है। इसे लेकर 11 सितंबर को भोपाल में प्रदेशभर के डॉक्टरों की ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी, जिसमें निजी अस्पताल के डॉक्टर भी शामिल रहेंगे। ओटी प्रोटोकॉल के शत प्रतिशत पालन के साथ अन्य सावधानियों पर निर्देश दिए जाएंगे।
must read : पुलिस, नेताओं के संरक्षण में खड़ी कराई, एसएसपी बोलीं- आप आवाज उठाएं, खत्म कर देंगे ये बीमारी ग्लब्स को लेकर अब तक नहीं उठाए कदम ओटी से संक्रमण को लेकर लिए 38 नमूनों में से मुंबई की न्यू लाइफ कंपनी के 7.5 साइज के ग्लब्स में संक्रमण की पुष्टि एमजीएम मेडिकल कॉलेज की लैब ने की है। इसके बाद भी कंपनी पर कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसर एक-दूसरे पर जिम्मेदारी ढोल रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने कहा, कार्रवाई के लिए राज्य अंधत्व निवारण समिति व संचालनालय को सूचना दी है। राज्य नोडल अधिकारी डॉ. हेमंत सिन्हा ने फोन रिसिव नहीं किया। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा, दोषियों पर कार्रवाई होगी।
must read : पुलिस चौकी की जमीन पर रखी हम्माल संघ की गुमटी, व्यापारियों से वसूल रहे खड़ी कराई इंदौर नेत्र चिकित्सालय के 70 कर्मचारीभविष्य को लेकर चिंतित इंदौर नेत्र चिकित्सालय में 15 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने 17 अगस्त को अस्पताल सील कर दिया है। इसके बाद प्रबंधन के दो डॉक्टर डॉ. सुधीर महाशब्दे और डॉ. सुहास बांडे के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। कई दिन तक 70 कर्मचारी रोजाना अस्पताल पहुंचकर दिनभर बाहर बैठे रहे। इनमें टेक्रिशियन, नर्सिंग स्टॉफ, सफाईकर्मी व अन्य शामिल हैं। कर्मचारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. महाशब्दे ने सभी कर्मचारियों को एक सितंबर को वेतन देने का वादा किया है। साथ ही अस्पताल जल्द दोबारा शुरू होने की बात भी कही है। वहीं प्रशासन द्वारा यहां जिला अस्पताल शुरू करने की खबरों से कर्मचारी भविष्य को लेकर चिंतिंत हैं। कई कर्मचारी यहां 20 से लेकर 40 सालों से काम कर रहे हैं।