शहर की कई ऐसी रोड हैं, जिनके डिवाइडर पर आकर्षक पौधे लगाए गए हैं। कई जगह तो पौधों की इतनी हाइट हो गई है कि रोड की दोनों तरफ छांव देते हैं। इन पौधों को ङ्क्षजदा रखने के लिए निगम अभी ट्रीट किए पानी का उपयोग करता है। पौधों में यह पानी टैंकर के जरिए डाला जाता है। पानी के प्रेशर से कई बार छोटे-छोटे पौधे नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में अब निगम उद्यान विभाग ने इनको ड्रिप वाटर देने की planning निगमायुक्त प्रतिभा पाल और उद्यान विभाग के अपर आयुक्त ऋषभ गुप्ता के निर्देशन में की है। इसके तहत प्रायोगिक तौर पर अभी रीगल से मधुमिलन चौराहा तक के डिवाइडर को लिया है। यहां पर पुराने पौधे निकाल कर नए सिरे से मिट्टी भर दी गई है। साथ ही ड्रिप वाटर सिस्टम के लिए पाइप लाइन भी डाल दी गई है।
धीरे-धीरे मिलेगा पानी
इधर, उद्यान विभाग के अफसरों का कहना है कि रीगल से मधुमिल चौराहा तक डिवाइडर पर लगने वाले पौधों को ड्रिप वाटर सिस्टम के जरिए धीरे-धीरे पानी मिलेगा। इसके लिए पुराने एसपी ऑफिस की बावड़ी का पानी उपयोग किया जाएगा। अभी यह पानी उपयोग नहीं होता है। बावड़ी से लेकर डिवाइडर तक पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो गया है। अब एक-दो दिन में ड्रिप वाटर सिस्टम शुरू हो जाएगा। डिवाइडर पर पौधे प्राइवेट नर्सरी से लाकर लगाए जा रहे हैं।
इधर, उद्यान विभाग के अफसरों का कहना है कि रीगल से मधुमिल चौराहा तक डिवाइडर पर लगने वाले पौधों को ड्रिप वाटर सिस्टम के जरिए धीरे-धीरे पानी मिलेगा। इसके लिए पुराने एसपी ऑफिस की बावड़ी का पानी उपयोग किया जाएगा। अभी यह पानी उपयोग नहीं होता है। बावड़ी से लेकर डिवाइडर तक पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो गया है। अब एक-दो दिन में ड्रिप वाटर सिस्टम शुरू हो जाएगा। डिवाइडर पर पौधे प्राइवेट नर्सरी से लाकर लगाए जा रहे हैं।
दूसरे चरण में रीगल से पलासिया चौराहा अफसरों का कहना है कि अगर यह प्रयोग सफल हो गया तो फिर दूसरे चरण में रीगल से पलासिया चौराहा तक के डिवाइडर को लिया जाएगा। गौरतलब है कि निगमायुक्त की मंशा है कि डिवाइडर के पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप वाटर सिस्टम लगाने के साथ इनको आकर्षक और सुंदर बनाया जाए। इसके लिए रीगल से आरएनटी मार्ग होते हुए मधुमिलन चौराहा तक अन्य कई काम भी किए जाएंगे। इसकी प्लाङ्क्षनग चल रही है। इसको लेकर आज उद्यान विभाग के अफसर इस डिवाइडर का निरीक्षण कर अब तक हुए काम को देखेंगे।