कोरोना वायरस को देखते हुए इंदौर में २४ मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था। जून में धीरे-धीरे उसे खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई। ५ जुलाई से पूरी तरह ऑनलाक कर दिया गया। धीरे-धीरे अब उसके परिणाम आना शुरू हो गए हैं। तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इंदौर में अब तक ८१५९ मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से ३२८ की मौत हो चुकी है। हालांकि ५७७१ मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
दो दिन से अचानक मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ५ जुलाई को १५७ मरीज सामने आए थे तो ६ जुलाई को आंकड़ा १४५ था। इसमें सबसे बड़ी संख्या बेटमा नगर पंचायत की है। यहां से १७ मरीज अचानक सामने आए। एक तरह से इसे कोरोना विस्फोट ही माना जाए। एक ही परिवार के १० लोग पॉजिटिव हो गए। इसके अलावा ७ लोग ऐसे हैं, जिनके भी परिवार बड़े हैं। अब सभी के सैंपल लिए जाएंगे, जिसमें आंकड़ा बढऩे की आशंका तेज हो गई है।
गाइडलाइन का नहीं कर रहे पालन कोरोना को लेकर सरकार बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का आग्रह कर रही है। शहरी क्षेत्र में तो काफी लोग इसका पालन कर रहे हैं। नगर निगम भी खासी सख्त है। चालानी कार्रवाई कर रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लापरवाही जारी है। ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है, ना मास्क लगाया जा रहा है। अब कई ग्रामीण शहर में नियमित आ-जा रहे हैं। उसका असर अब सामने भी आ रहा है। बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसी ही स्थिति रही तो हालत खराब हो जाएगी।