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सिलावटपुरा से गंगवाल के निर्माण हटाने की तैयारी, महापौर से मांगी 2 माह की मोहलत

locationइंदौरPublished: Jan 13, 2018 10:13:13 am

दो दिन में निर्माण हटाने की मुनादी से घबराए रहवासी, मिला चर्चा करने का दिलासा

encroachment

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इंदौर. मच्छी बाजार से सिलावटपुरा तक कार्रवाई के बाद निगम ने सिलावटपुरा से गंगवाल के निर्माण हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। शुक्रवार दोपहर क्षेत्र में २ दिन के भीतर निर्माण व सामान हटाने की मुनादी की गई। इससे डरे रहवासी शाम ढलते ही महापौर से मोहलत मांगने पहुंच गए। रहवासियों ने दो माह का समय मांगा है। महापौर ने रहवासियों के साथ बैठक कर उचित हल का आश्वासन दिया है।
बुधवार को मच्छी बाजार से सिलावटपुरा तक तोडफ़ोड़ की कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेश के बाद रोक दी गई थी। कार्रवाई सोमवार तक टाली गई है। सोमवार से सिलावटपुरा से गंगवाल तक के हिस्से के बाधक निर्माण हटाने को लेकर शुक्रवार को मुनादी कर दी गई। गुरुवार को यहां निगमकर्मियों द्वारा सभी घरों के आगे लाल निशान लगा दिए गए थे। इसमें स्मार्ट सिटी कंपनी के डायरेक्टर व एमआईसी सदस्य शंकर यादव के घर भी निशान लगाया गया था। ४०० से ज्यादा रहवासियों को नोटिस थमाए गए थे, जिसमें तीन दिन का समय दिया गया था। गंगवाल बस स्टैंड से बियाबानी के बीच ८५० मीटर के हिस्से में दोनों ओर ६ से लेकर १४ फीट तक का हिस्सा आ रहा है। सिलावटपुरा से बियाबानी के बीच सडक़ की चौड़ाई ६० फीट और ८० फीट को लेकर भी संशय की स्थिति है। इन पर चर्चा के लिए रहवासी संघ चर्चा के लिए शुक्रवार शाम को सीधे महापौर के पास ही पहुंच गया।
बच्चों की परीक्षा है, २ माह की मिले मोहलत
महापौर मालिनी गौड़ से मिलकर रहवासियों ने बताया कि आगामी २ माह में बच्चों की परीक्षा ड्डष्
होने जा रही है। एेसे में यदि घर में तोडफ़ोड़ शुरू हो गई तो उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी। वैसे भी २ दिन में निर्माण हटाने का समय काफी कम है। कम से कम २ माह का समय दिया जाए। इसके बाद जनहित में वे अपने निर्माण स्वेच्छा से हटा लेंगे। जब तक मच्छी बाजार से सिलावटपुरा तक के हिस्से में ८० फीट तक के पूरे बाधक निर्माण नहीं हट जाते, तब तक सिलावटपुरा से कार्रवाई शुरू नहीं की जाए। इस पर महापौर ने सभी रहवासियों से शपथ पत्र या निर्माण हटाए जाने को लेकर सहमति पत्र भी मांगे हैं। साथ ही रहवासियों के साथ बैठक कर जल्द ही इस मुद्दे पर बात करने का आश्वासन दिया है।
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