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अब निगम में सामुदायिक संगठक होंगे नियमित

locationइंदौरPublished: Aug 07, 2019 06:18:37 pm

राजधानी से नगरीय प्रशासन विभाग ने मांगी जानकारी

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अब निगम में सामुदायिक संगठक होंगे नियमित

इंदौर. नगर निगम में कार्यरत सामुदायिक संगठकों को नियमित करने की प्रक्रिया की जा रही है। इसके लिए नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग ने निगम से इन संगठकों के बारे में पूरी जानकारी मांगी है।

डूडा में कार्यरत सामुदायिक संगठकों का संविलियन नेशनल अर्बन लाईवली हुड मिशन (एनयूएलएम) के तहत हुआ है। ये 14 सामुदायिक संगठक हैं, जो कि निगम के शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ के अंतर्गत आने वाले एनयूएलएम में काम करते हैं। इनका काम स्वरोजगार ऋण के प्रकरण बैंक में लगाकर सेंक्शन करवाना, एनयूएलएम के सभी कार्य, जैसे सोशल प्रशिक्षण आयोजित करना, वार्ड स्तरीय सभी कार्य को करना, सोशल गतिविधियों को बढ़ाना और मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के लिए शादी लायक युवक-युवतियों के जोड़े ढूंढने के साथ अन्य कई काम करना है। इन सामुदायिक संगठक को तनख्वाह एनयूएलएम से जारी होती है।

प्रदेशभर की नगरीय निकायों में अभी तक अस्थायी तौर पर काम करने वाले इन संगठक को नियमित यानी स्थायी करने की प्रक्रिया राजधानी भोपाल में शुरू की गई है। इसके लिए नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के उप-सचिव मनीष सिंह ने एक आदेश जारी किया है। इसमें प्रदेश की सभी नगरीय निकाय से जानकारी मांगी गई है कि किस-किस निकाय में कितने सामुदायिक संगठक कार्यरत हंै। नियमितिकरण के लिए कितने सामुदायिक संगठक के पद स्वीकृत हैं। हांलाकि सामुदायिक संगठकों को नियमित किए जाने के प्रकरण भोपाल में लंबे समय से विचाराधीन थे।


इधर, निगम मस्टर कर्मचारी संगठन के प्रवीण तिवारी, अनिल यादव, रजनीश शर्मा और मधुसुदन तिवारी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने नियमित करने की हमारी मांगों पर विचार करना शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में सामुदायिक संगठक को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके साथ ही 30 सितंबर-2017 तक के सभी मस्टरकर्मियों को विनियमित करने, सांतवा वेतनमान देने, पदनाम परिवर्तन करने और अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ ग्रिजली राशि में 25 से 50 हजार रुपए तक की राशि बढ़ाने सहित अन्य मागों पर विचार चल रहा है। मालूम हो कि पिछले दिनों इंदौर प्रवास पर आए नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह से निगम के मस्टर कर्मचारी मिले थे और अपनी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था।

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