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एमपी में अब एक ही दुकान पर मिलेगी विदेशी-देशी शराब

locationइंदौरPublished: Jan 19, 2022 11:18:57 am

Submitted by:

Mohit Panchal

सरकार ने बदली नीति, अवैध व जहरीली शराब के कारोबार पर लगेगा अंकुश
जहरीली शराब पीने से मध्यप्रदेश में क ई लोगों की जान चली गई। सरकार ने अब उसकी जड़ पर ही प्रहार कर दिया, क्योंकि सस्ती के चक्कर में लोग कालाबाजारियों से खरीदते थे। अब ठेकों पर ही सस्ती शराब मिलेगी तो अवैध कारोबार पर अंकुल लग जाएगा। इसके अलावा एक बड़ा फैसला ये भी किया है कि देशी व विदेशी शराब अब एक ही दुकान पर मिल सकेगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई पॉलिसी बनकर प्रदेश में सिंडिकेट बनाकर मोटी कमाई करने वाले शराब कारोबारियों की कमर तोड़ दी। ठेकेदारों की एक तरफा दादागीरी हो गई थी जिसके चलते आम आदमी की हालत खराब थी। सरकार ने सबसे पहले तो देशी पर २० और विदेशी पर १० प्रतिशत ड्यूटी घटा दी। इसके अलावा सिंडिकेट को ठेका देने के बजाए अब पूर्व की तरह अलग-अलग ग्रुप बनाकर दुकानों को नीलाम करने का फैसला किया है जो ज्यादा पैसे देगा दुकान उसकी होगी। अब सिंडिकेट के बड़े ठेकेदारों को मोनोपाली नहीं चलेगी जो पिछले कुछ साल से मोटी कमाई कर रहे थे।
इसके अलावा एक बड़ा फैसला और किया है जिसमें सरकार ने तय किया है कि देशी व विदेशी शराब अब एक ही दुकान पर बिक सकती है। इसके लिए ये जरूर है कि विदेशी शराब की दुकान पर देशी रखने के लिए ठेकेदार को १५ प्रतिशत राशि अलग से देना होगी तो देशी शराब की दुकान पर विदेशी माल रखने पर ठेके की राशि से २५ प्रतिशत अतिरिक्त देना पड़ेगा। शहरी क्षेत्र तो ठीक सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण क्षेत्र में होगा। देशी और विदेशी दुकानों में कई किलोमीटर का अंतर होता है। ग्रामीण क्षेत्र में विदेशी शराब का चलन बहुत बढ़ गया है जिसके चलते अवैध कारोबार तेजी से फल फूल रहा था। ऐसे में ही जहरीली शराब कांड हो रहे थे। अब देशी शराब की दुकान पर विदेशी शराब मिल जाएगी तो पीने वाले अवैध नहीं खरीदेंगे। इसके अलावा सरकार की कमाई अलग बढ़ जाएगी।
इंदौर से 1500 करोड़
रुपए की होगी आय इंदौर में पिछले साल सिंडिकेट को ठेका दिया गया था जिसमें सरकार की कमाई १२०० करोड़ हुई थी। इस बार इंदौर में करीब ठेके से १५०० करोड़ रुपए की कमाई का अनुमान है। ठेकों की नीलामी में कॉ्पीटिशन होने से उससे भी अधिक की कमाई हो सकती है।
होगी ठेकों की नीलामी
इंदौर में कुछ माह पहले शराब माफियाओं में गैंगवार हो गया था। जिसके चलते सिंडिकेट के ऑफिस पर ही अर्जुन ठाकुर नामक शराब ठेकेदार को गोली मार दी गई थी। ये सारा खेल मोटी कमाई को लेकर था। अब एक बार फिर अलग -अलग दुकानों की अलग-अलग नीलामी होगी। आबकारी विभाग हर दुकान की खुली नीलामी करेगा जो ज्यादा पैसा देगा वह दुकान उसको मिलेगी। इसमें सरकार की कमाई भी ज्यादा होगी।

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