पूरे प्रदेश में संचालित 996 कॉलेजों में 421 कॉलेज सरकारी, 42 कॉलेज अनुदान प्राप्त और शेष 533 कॉलेज निजी हैं। सभी कॉलेजों में कुल 6 लाख 71 हजार 705 सीट हैं। इनमें यूजी की सीट 508179 और पीजी की 163526 सीट स्वीकृत हैं। निजी और अनुदान प्राप्त कॉलेज सिर्फ स्वीकृत सीटों पर ही दाखिले दे सकते हैं, लेकिन सरकारी कॉलेज के प्राचार्यों को अधिकार थे कि वे कोर्स की मांग के अनुसार सीएलसी (कॉलेज लेवल काउंसलिंग) में सीटों की संख्या में 10 फीसदी तक का इजाफा कर लें।
हर साल इस अनुपात में हो रही बढ़ोतरी के कारण ज्यादातर कॉलेजों में डेढ़ गुना तक अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत है। इससे पढ़ाई पर प्रभाव पड़ने के साथ संसाधनों की भी कमी महसूस हो रही है। लिहाजा उच्च शिक्षा विभाग ने इस सत्र में सरकारी कॉलेजों में भी स्वीकृत सीटों पर ही दाखिले दिए जाने का निर्णय लिया। आयुक्त दीपक सिंह ने आदेश जारी किया है कि 2022-23 में संचालित ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएं कि सरकारी कॉलेजों में उनकी क्षमता के अनुरूप ही प्रवेश हो।
कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरु
मध्यप्रदेश के कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया 17 मई से शुरू हो चुकी है लेकिन इस बार कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। इस बार कॉलेज में प्रवेश लेने वालों से टीसी और माइग्रेशन नही मांगा जाएगा। प्रदेश के शासकीय और अशासकीय कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 17 मई से ऑनलाइन प्रवेश शुरू हो चुके हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सी.एल.सी की प्रक्रिया पूर्णतः ऑनलाइन किए जाने से विद्यार्थियों को महाविद्यालय में नहीं आना पड़ेगा। आवेदकों के महाविद्यालय में भौतिक रूप से उपस्थित न होने पर समय, श्रम और धन की भी बचत होगी। प्रवेश प्रक्रिया में एक चरण एवं तीन चरण सी.एल.सी राउंड होंगे। प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन संचालित होगी। सी.एल.सी राउण्ड में स्टूडेंट्स को कॉलेज आने की जरुरत नहीं होगी। वो घर बैठे ऑनलाइन प्रवेश ले सकते हैं। प्रवेश प्रक्रिया में छात्र अधिकतम 15 महाविद्यालय चयन कर सकेंगे।
ये हैं महत्वपूर्ण तारीख
आनलाइन पंजीयन – 17 मई से 30 मई तक।
आनलाइन दस्तावेजों का सत्यापन – 17 मई से 1 जून तक।
प्रथमचरण के सीट आवंटन पत्र जारी करना एवं कटआफ जारी – 6 जून।