शहर के उद्योगपति सुनील गुप्ता और डॉ. दिव्या गुप्ता अपनी बेटी महिमा के विवाह के उपलक्ष्य में 17 नवंबर को बॉम्बे हॉस्पिटल के पास स्थित होटल ग्रैंड ओमनी में 21 अन्य बेटियों का विवाह भी कराएंगे, जिसमें आठवां फेरा भी होगा। इसमें अपने आसपास के पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने, कन्या भ्रूण हत्या रोकने, बेटियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने, महिलाओं से दुव्र्यवहार रोकने से लेकर व्यसनमुक्त जीवन जीने और देश के प्रति अटूट प्रेम का भाव बनाए रखने जैसे संकल्प दिलाए जाएंगे। इन जोड़ों में गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों के दूल्हा-दुल्हन शामिल हैं।
डॉ. दिव्या गुप्ता ने अगले वर्ष 17 नवंबर को ही सामूहिक विवाह कराने का संकल्प व्यक्त किया। चूंकि वे महिला रोग विशेषज्ञ हैं, इसलिए इस बार शामिल 21 दुल्हनों को जीवनभर मुफ्त में उपचार संबंधी सेवाएं भी प्रदान करेंगी। जस्टिन के पिता ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं और अब ओलंपिक की तैयारी करने वाले खिलाडिय़ों को कोचिंग दे रहे हैं। महिमा से मित्रता के बाद मंगेतर जस्टिन ने हिंदी बोलना भी सीख लिया है।
परंपराओं में आस्था
महिमा गुप्ता ने कहा, भारतीय संस्कृति के प्रति बचपन से ही अटूट श्रद्धा रही है। जब सॉफ्टवेयर इंजीनियर जस्टिन से विवाह तय हुआ तो उनसे पहला वादा यही लिया था, शादी भारत में भारतीय पद्धति से ही होगी।
महिमा गुप्ता ने कहा, भारतीय संस्कृति के प्रति बचपन से ही अटूट श्रद्धा रही है। जब सॉफ्टवेयर इंजीनियर जस्टिन से विवाह तय हुआ तो उनसे पहला वादा यही लिया था, शादी भारत में भारतीय पद्धति से ही होगी।
साफ-सफाई अच्छी है
ऑस्ट्रेलियाई मूल के जस्टिन अमरीका के सैन फ्रांसिस्को में सॉफ्टवेयर कंपनी चलाते हैं। भारत और इंदौर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यहां जब-जब आता हूं, खूब मजा आता है। यहां के लोग, परंपराएं, संस्कृति और पर्यावरण भी मन को छूने वाला है। इंदौर में इस बार तो हर सडक़ साफ भी नजर आई।
ऑस्ट्रेलियाई मूल के जस्टिन अमरीका के सैन फ्रांसिस्को में सॉफ्टवेयर कंपनी चलाते हैं। भारत और इंदौर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यहां जब-जब आता हूं, खूब मजा आता है। यहां के लोग, परंपराएं, संस्कृति और पर्यावरण भी मन को छूने वाला है। इंदौर में इस बार तो हर सडक़ साफ भी नजर आई।