बोर्ड पर लिखा था MY, नहीं होती पढ़ाई
जांच में कॉलेज के बोर्ड पर एमवाय अस्पताल का नाम लिखा था। एडीएम जैन ने पंचनामा बनवाया और छात्राओं के बयान लिए। कॉलेज में पढ़ाई न होने की बात भी सच निकली। परिसर में गोकुल कुशवाह नामक युवक ने बताया, यह भवन उसके पिता सज्जन सिंह का है। उन्होंने एमवायएच की स्टाफ नर्स किरण सांगले को दिया है। कॉलेज के दस्तावेज भी नहीं मिले। इसके बाद प्रशासन ने कॉलेज सील कर दिया।
छात्राएं बोलीं-फंस गए ऑनलाइन में
छात्राएं खरगोन, बड़वानी, धार व अन्य जिलों की हैं। छात्राओं ने बताया, ऑनलाइन आवेदन किया था। यहां आकर देखा तो तीन कमरों का कॉलेज मिला। अब दस्तावेज व फीस दोनों नहीं दे रहे हैं। हॉस्पिटल भी एक-दो दिन ही ले गए।
बागेश्वर धाम के पुजारी पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बिगड़े बोल, देखें वीडियो