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नेचर को फील करने के लिए कर रहे ऑफ रोडिंग

शहर के बाइक राइडर्स ग्रुप ने मानसून की आमद के साथ प्लान किए टूर

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Off Roading

kaatkut forest

इंदौर. मानसून के आते ही शहर के आसपास के टूरिस्ट स्पॉट पर यंगस्टर्स की भीड़ जुटना शुरू हो गई है। बायपास पर भुन रहे भुट्टों की खुशबू हो या फिर सडक़ किनारे ढाबों का खाना। टूरिस्ट स्पॉट पर जाने के लिए इतने बहाने हैं कि खुद को रोकना किसी के लिए भी संभव नहीं। इन दिनों नेचर को फील करने के लिए टूरिस्ट स्पॉट पर जाने के लिए बाइक राइडिंग का क्रेज भी बढ़ता जा रहा है। ऑफ रोडिंग के दौरान कच्चे-पक्के रास्ते, नदी-झरने, हरियाली, जंगल जैसी बहुत सी चीजें हैं जो मानसून राइडिंग के आनंद को टॉप पर पहुंचा देती हैं।
आसान नहीं रास्ते तय करना
मानसून आते ही शहर के कई बाइक राइडर्स ग्रुप्स ने टूरिस्ट व एडवेंचर एक्टिविटि शुरू कर दी हैं। राइड्र्स ऑफ राइडर्स ग्रुप के ज्ञानदीप श्रीवास्तव बताते हैं, ऑफ रोडिंग का सबसे अधिक मजा मानसून में ही आता है। इस दौरान तापमान कम रहता है और हरियाली व मौसम की वजह से राइडिंग के दौरान शानदार फील होता है। मानसून में ऑफ रोडिंग के लिए सबसे बड़ा टास्क होता है रास्ते तय करना। बारिश की वजह से कई जगह कच्चे रास्तों पर खतरा भी बना रहता है। वहीं अगर किसी रास्ते से नदी या झरना जा रहा है, तो इसका भी विशेष ध्यान रखना होता है। ज्ञानदीप के ग्रुप में शहर में 170 सदस्य हैं। वे कहते हैं किसी भी स्पॉट को तय करने से पहले हम ग्रुप में सभी सदस्यों को कुछ ऑप्शन देते हैं। जब सभी लोग एक ऑप्शन पर सहमत हो जाते हैं, तो हम एक-दो सदस्य पहले खुद जाकर वहां के खतरों को देखते हैं। इसके बाद ग्रुप में डेट और टाइम फाइनल करके ऑफ राइडिंग तय की जाती है। गर्मी की तुलना में मानसून के दौरान ऑफ रोडिंग ज्यादा आसान होती है। इस समय लंबा सफर करने पर भी कम परेशानी होती है। इसमें तापमान का सबसे बड़ा रोल होता है। वहीं मौसम सुहावना होने की वजह से शरीर में लंबे समय तक एनर्जी बनी रहती है। शहर के बाइक राइडर्स ग्रुप में बड़ी संख्या में गल्र्स भी ऑफ रोडिंग कर रही हैं। अंजली जोशी बताती हैं कि मानसून में ऑफ रोडिंग करना इतना आसान नहीं होता, क्योंकि बाइक बहुत संभलकर चलाना होती है। अगर आप ने जरा भी लापरवाही की तो बाइक फिसलने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं। इन दिनों ऑफ रोडिंग में बहुत सी गल्र्स आ रही हैं, क्योंकि यह आपको बहुत स्ट्रॉन्ग बनाती है। शहर के रास्तों पर बाइक चलाने और कच्चे-पक्के रास्तों पर बाइक चलाने में बहुत अंतर है। यह आपको प्रॉपर बैलेंसिंग सिखाता है।

ऑफ राइडिंग के ये हैं फेवरेट स्पॉट
चोरल, तिंछा फॉल, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मांडव, बाईग्राम, दूधिया कुंड, जानापाव, कुशलगढ़, नाचनबोर, सूरजकुंड फॉल, तरानिया का जंगल, उदयनगर।