रावण दहन के बाद मिलेगी राहत, बड़े आयोजन में एसडीएम और छोटों में तहसीलदार को सौंपी जिम्मेदारी
इंदौर.शहर में दहन होने वाले करीब डेढ़ दर्जन से अधिक रावण ने अफसरों का सिरदर्द बढ़ा रखा है। यह सिरदर्द रावण दहन के बाद ही खत्म होगा। दरअसल इंदौर शहर में रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से अफसरों की ड्यूटी हर रावण दहन कार्यक्रम में लगाई गई है। जिसके कारण अफसरों का सिरदर्द बन रहा है।
दशहरे पर शहर में कई जगहों पर रावण दहन का आयोजन होगा। बड़ी संख्या में लोग दहन में शामिल होते हैं। उस दौरान कानून व्यवस्था को संभालने के लिए हर रावण के साथ में एक अफसर की ड्यूटी लगाई है।
सरकारी छुट्टी होने के बावजूद जिला प्रशासन की टीम को दशहरे पर मैदान में रहना पड़ेगा। एसडीएम दीपकसिंह ने शहर में होने वाले सभी दशहरे के आयोजनों में अपने अधीनस्थों की ड्यूटी लगा दी है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। बड़े कार्यक्रमों को क्षेत्र के एसडीएम संभालेंगे तो छोटे आयोजन की जिम्मदारी क्षेत्रीय तहसीलदार को दी गई है। उनके साथ में आरआई और पटवारियों को भी काम सौंपा गया। उन्हें शाम 4 बजे मौके पर पहुंचना है। स्थल का निरीक्षण करने के बाद जो भी खामियां नजर आती हैं उन्हें तुरंत दूर किया जाए।
बड़े कार्यक्रमों में दशहरा मैदान, तिलक नगर, जीपीओ, चिमनबाग, सयाजी मैदान, और जिंसी हाट मैदान है। इसके अलावा राजेंद्र नगर, संयोगितागंज स्कूल, सेवा सरदार नगर, लालाराम नगर, नंदा नगर, सुभाष नगर, कुमाहार खाड़ी, गांधी नगर, इतवारिया, कालानी नगर, बंगाली चौराहा, खजराना और खातीवाला टैंक में भी रावण दहन कार्यक्रम होता है।