४ सितंबर को संयुक्त संचालक मनीष वर्मा और प्रभारी डीईओ राजेंद्र मकवानी ने बीआरसी और संकुल प्राचार्य को कार्रवाई करने के लिए कहा था। लेकिन इन दोनंो महज नोटिस चस्पा कर खानापूर्ति कर दी गई थी। इस मामले में शिकायतकर्ता द्वारा दोबारा आपत्ति लेने और बीआरसी की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए स्कूल पर कार्रवाई के लिए कहा गया। इसके बाद मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से गठित पांच सदस्यीय दल स्कूल पहुंचा। स्कूल प्रबंधन से उपस्थिति रजिस्टर आदि जमा करने को कहा, लेकिन स्कूल संचालक दिलीप बुधानी ने इनकार कर दिया। इस पर उसे कहा गया कि वह तीन दिन में सभी 350 बच्चों को टीसी दे, ताकि वे किसी और स्कूल में एडमिशन ले सकें, अगर तीन दिन में सभी बच्चों को टीसी देकर सारे रिकॉर्ड विभाग के कार्यालय में जमा नहीं कराए गए तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।