यदि आप इस असुविधा से बचना चहते हैैं तो तुरंत बिजली अफसर से बात कर लें। इसके पश्चात व्यापारी ने दिए नंबर पर बात की तो मैसेज भेजने वाले व्यक्ति ने व्यापारी के मोबाइल पर रिमोट ऐप डाउनलोड करवा दिया, जिसे देख व्यापारी की बेटी को शंका हुई और उसने आगे की प्रोसेस को रूकवाकर पिता को ठगी से बचा लिया साथ ही पुलिस को भी सूचना दे दी।
व्यक्तियों के साथ होने वाली इस तरह की ठगी से लोगों को बचाने के लिए साइबर सेल ने ऐसी ठगी को लेकर सभी को आगाह किया हैै।
इस मामले के संबंध मे साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह को व्यापारी ने बताया कि बिजली कनेक्शन कटने का मैसेज मिलने पर उन्होंने ऐप्लीकेशन पर संबंधित नंबर की जांच की, तो उसमेें इलेक्ट्रिसिटी ऑफिसर लिखा आया।
Must Read- बंटी और बबली- किराए पर ली कार गिरवी रख दी, तो किसी का होम लोन तक डकार लिया
जिस पर उन्होंने कॉल कर बताया कि हमने तो बिल पहले ही भर दिया है। इस पर संबंधित व्यक्ति ने बिल को अपडेट करने का झांसा देकर उनके मोबाइल पर एनीडेस्क ऐप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर ओटीपी ले लिया। लेकिन बेटी ने आगे की प्रोसेस रूकवा दी, बाद में पता चला कि ठगी का यह नया पैंतरा हैै।साइबर सेल वालों का कहना है कि यदि आप भी इस तरह की ठगी की वारदातों से बचना चाहते हैं। तो किसी के भी कहने पर मोबाइल पर रिमोट ऐप्लीकेशन डाउनलोड न करें।
- अज्ञात नंबर से मोबाइल पर आए मैसेज पर विश्वास न करें।
- ऑनलाइन कंपनी, बैंक की वेबसाइट ओपन करने के पहले चेक कर लें कि वह एचटीटीपीएस से ही ओपन हो रही हो। ऐसा होने पर ही आगे बढ़ें।
इसके अतिरिक्त ऑनलाइन के जानकारों के मुताबिक कभी भी अपने मोबाइल में आए ओटीपी को किसी दूसरे को कभी न बताएं।
पॉप अप मैसेज से बचकर रहें,ब्राउज़र का वर्जन हमेशा अपडेटेड रखें,पुरस्कार देने की बात करनेवाले ई-मेल/एसएमएस/फोन कॉल से बचें,किसी ई-मेल मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें,एड्रेस बार में URL टाइप करके ही बैंक वेबसाइट तक पहुंचें।