तक्षशिला परिसर में बैठक बुलाकर तैयार की आंदोलन की रणनीति
आचार संहिता हटते ही असिस्टेंट प्रोफेसरों ने मांगी जॉइनिंग, निकालेंगे पैदल मार्च
इंदौर. प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के लिए पीएससी के जरिए हुई असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती का मामला फिर गर्मा गया है। चयनित उम्मीदवारों ने कई महीने बाद भी जॉइनिंग लेटर नहीं मिलने से आंदोलन की रणनीति तैयार की। विधानसभा चुनावों से पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी लेकिन, आचार संहिता लगने के कारण जॉइनिंग नहीं दी गई। इस बीच चयन प्रक्रिया को चुनौती देते हुए कोर्ट में याचिका लग गई। चयनित उम्मीदवार मांग कर रहे है जिनकी नियुक्ति गैर-विवादित है कम से कम उन्हें तो जॉइनिंग दी जाए। मांग पर विचार होता उससे पहले लोकसभा चुनावों की आचार संहिता लगने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब आचार संहिता हटते ही फिर यह मांग उठी है। अंकित कुमार ने बताया, शासन कोर्ट में प्रकरण विचाराधीन होने का हवाला देकर लगातार जॉइनिंग टाल रहा है।
यूनिवर्सिटी के तक्षशिला परिसर में हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि २ जून को पैदल मार्च निकालते हुए उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बावजूद शासन चयनित उम्मीदवारों की मांग पर विचार नहीं करता तो ९ जून से भोपाल में आंदोलन होगा। इसमें अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करते हुए इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।