दल द्वारा दिल्ली से मिले निर्देश के आधार पर क्षेत्रों में जाकर स्थिति को देखा जा रहा है। इस कारण निगम अफसरों को यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि यह दल दौरे पर कब निकलेगा और सबसे पहले कहां पहुंचेगा। दल के सदस्यों द्वारा निगम अफसरों को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। इससे सभी अफसर और एनजीओ सदस्य भी टेंशन में हैं।
केंद्र सरकार के इस दल ने सिरपुर क्षेत्र का निरीक्षण किया। खुले में शौच की स्थिति को देखा और तालाब के आसपास की छोटी बस्तियों में जाकर नागरिकों के शौच जाने के हालात भी देखे।
प्रदेश में इंदौर को सबसे पहले खुले में शौच से मुक्त जिला और शहर घोषित किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा अपने दल के माध्यम से जांच कराकर शहरों के नामों की घोषणा की गई। इसके बाद अलग-अलग शहरों से यह जानकारी सामने आती रही कि खुले में शौच से मुक्त वाली स्थिति समाप्त हो रही है। कई लोग खुले में शौच के लिए जा रहे हैं। शिकायत पर केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने फैसला लिया कि एक बार फिर खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए शहरों में टीम को भेज दिया जाए, ताकि इस बात की जांच की सके कि ओडीएफ घोषित शहरों की हालात फिर से खराब तो नहीं हो गई है। इसके लिए केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत नया रैकिंग सिस्टम लागू किया। इसके चलते दिल्ली से जांच करने के लिए दल आया है, जो आज शाम तक शहर में रहकर ओडीएफ की जानकारी लेगा।