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ग्रीन बेल्ट पर प्लॉटों की खेती…सामने आने लगे कलाकारों के नाम

locationइंदौरPublished: Dec 18, 2019 11:11:30 am

Submitted by:

Mohit Panchal

सरकारी महकमे से सांठगांठ कर सिंडिकेट कर रहा काम, भाजपा से जुड़े माफिया ने बिलावली, तेजाजी नगर व अहिरखेड़ी में काटी अवैध कॉलोनियां

ग्रीन बेल्ट पर प्लॉटों की खेती...सामने आने लगे कलाकारों के नाम

ग्रीन बेल्ट पर प्लॉटों की खेती…सामने आने लगे कलाकारों के नाम

इंदौर। माफिया मिटाओ मुहिम में सरकारी व निजी जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने वालों की भी प्रशासन कुंडली बना रहा है। बिलावली, तेजाजी नगर व अहीरखेड़ी में भू-माफियाओं ने ग्रीन बेल्ट पर प्लॉटों की खेती की, जिस पर प्रशासन की नींद अब खुल रही है। अधिकतर जमीन के जादूगर भाजपा से जुड़े हैं। इस खेल में सरकारी महकमे की भी सांठगांठ रही।
प्रदेश को माफियाओं से मुक्त करने के मुख्यमंत्री कमल नाथ के निर्देश देने के बाद संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने ११ बिंदुओं पर कार्रवाई शुरू की, जिसमें अवैध कॉलोनियां अहम् मुद्दा है। सोमवार को कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव के निर्देश पर एडीएम बीबीएस तोमर ने एसडीओ, तहसीलदार और पटवारियों की बैठक लेकर तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा।
अवैध कॉलोनी काटने का सबसे ज्यादा खेल ग्रीन बेल्ट पर हुआ। उन जमीनों की कीमत कम थी, किसानों को साध कर भूमाफियाओं ने कलाकारी शुरू की, जो अब भी जारी है। तीन से पांच साल में देवगुराडिय़ा रोड, खंडवा रोड बिलावली तालाब से लगी जमीन और अहिरखेड़ी के आसपास की ग्रीन बेल्ट पर अवैध कॉलोनियां काटी गईं। सिंडीकेट बनाकर भूमाफियाओं ने जमकर चांदी कांटी।
किसानों से कौडिय़ों के भाव जमीन लेकर नोटरी पर प्लॉट बेचे। गौरतलब है कि पिछले दस साल में ग्रीन बेल्ट पर अवैध कॉलोनी काटने वाले अधिकांश भाजपा से जुड़े नेता हैं। सरकारी सांठगांठ ऐसी कि शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस खेल में पटवारी से लेकर तहसीलदार तक ने आंख मूंद रखी थी।
ऐसे फंसाते थे किसानों को
ग्रीन बेल्ट की जमीन के लिए किसानों को ग्राहक आसानी से नहीं मिल पाते। इसका भूमाफिया फायदा उठाकर सौदा कर लेते। भाव तय होने के बाद जमीन पर मुरम डालकर प्लॉट बेचना शुरू कर देते। ना बिजली, ना पानी, ना सड़क और ना ड्रेनेज की व्यवस्था होती, फिर भी लोग 500 से 1500 रुपए तक में प्लॉट खरीद लेते हैं। कुछ प्लॉट बेचकर किसानों को पैसा चुका देते। बाद में भूमाफिया मोटी कमाई करते रहते हैं। कई बार कॉलोनी की अच्छी लोकेशन होने पर तेजी-मंदी करते रहते हैं।
सामने आए जमीन जादूगरों के नाम

उमरिया – शारदा यादव
जामनिया – अप्पी मीणा व प्रेम प्रजापत
बिहाडिय़ा – जितेंद्र यादव व कोमल सोनकर
सनावदिया – कोमल सोनकर, सतीश जायसवाल, विक्रम बराडिय़ा व पुरुषोत्तम जायसवाल
मुंडला नायता, बिलावली, असरावद खुर्द तेजाजी नगर – लालू नागर, कैलाश शर्मा व कुमावत (महादेव मार्वल)
चितावद – अजीत रघुवंशी, मनीष मामा व राजाराम बुड़ाना
पिपल्याराव – सोनू भाटिया (ज्ञानी) व दलजीतसिंह भुल्लर
राऊ व रंगवासा – प्रकाश सेवानी
अहिर खेड़ी (कुंदन नगर) – प्रकाश सेवानी
अहिर खेड़ी (विदूर नगर ) – शुक्ला
प्रजापत नगर – दीपक नागा
धार रोड – चंदू कुरील

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