ये भी पढ़े : गांव पहुंचा शहीद का शव, बिलख पड़े लोग, हाथों में तिरंगा लेकर लगाए नारे ज्ञापन में सभी डॉक्टरों से मांग की है कि अस्पतालों, नर्सिंग होम, डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ होने वाले हमले, तोडफ़ोड़, मारपीट के मामलों में सख्त कार्रवाई हो। मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट अगेंस्ट वायलेंस कानून बना है, लेकिन अब तक सख्ती से लागू नहीं किया गया है, उसे सख्ती से लागू किया जाए।
ये भी पढ़े : चाबी बनाने वाले को भूलकर भी न बुलाए घर पर, आपके साथ भी हो सकता है ऐसा हादसा कोलकाता में ये हुई घटना कोलकाता में हुए घटना में जहां पर एक 80 साल के अत्यंत गंभीर बीमार व्यक्ति को अस्पताल में लाया गया था, जिसे डॉक्टर्स के सतत प्रयासों के बाद भी बचाया नहीं जा सका, उसके साथियों ने हॉस्पिटल के कई युवा चिकित्सकों को पीटा।
ये भी पढ़े : सुरंग… जहां से निकलेगी दाहोद की राह उसमें से एक डॉक्टर कोमा में चला गया है। शुक्रवार को इसके विरोध स्वरूप देशभर में चिकित्सक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट करेंगे और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देंगे। लालवानी ने केंद्र सरकार तक ज्ञापन पहुंचाने और मामले को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. शेखर डी राव, डॉ. बृजबाला तिवारी, डॉ. संजय लोंढे, डॉ. रायसिंघनी मौजूद थे।