आईआईएम में दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) की सबसे बड़ी बैच है। इस बैच के ४४३ इंदौर कैंपस और ६८ मुंबई कैंपस के पासआउट कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुए। साथ ही पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) के ११३ विद्यार्थी भी २०१८ के प्लेसमेंट सीजन का हिस्सा बने। आईआईएम की प्लेसमेंट रिपोर्ट के अनुसार दोनों ही कोर्स के औसत पैकेज में पिछले साल की तुलना में इजाफा हुआ है। आईपीएम की लगातार तीसरी बैच ने इस कोर्स की स्वीकार्यता पर भी मुहर लगा दी। २०१७ में आईपीएम का औसत पैकेज १२.५२ लाख था जो इस बार बढक़र १५.१६ लाख तक पहुंच गया। दरअसल, एकमात्र आईआईएम इंदौर ही है जहां बारहवीं के बाद मैनेजमेंट कोर्स में सीधे एडमिशन दिया जा रहा है। कंपनियों ने पीजीपी की तरह आईपीएम करने वालों पर भी पूरा भरोसा जताया।
इंटरनेशनल पैकेज बढ़ा, डोमेस्टिक हुआ कम अच्छे प्लेसमेंट के बावजूद इस बैच का डोमेस्टिक हाइएस्ट पैकेज में कमी आई है। पीजीपी में एक कंपनी ने ३३.०४ लाख रुपए का अधिकतम पैकेज ऑफर किया है, जो कि पिछले साल के अधिकतम से काफी कम है। २०१७ बैच के लिए ३७ लाख रुपए अधिकतम पैकेज मिला था। इंटरनेशनल पैकेज में जरूर इजाफा हुआ। पिछले साल ३९ की तुलना में इस बार ६३ लाख रुपए इंटरनेशनल पैकेज रहा।
किस सेक्टर में कितना प्लेसमेंट फाइनेंस : २७ प्रतिशत कंसल्टेंसी एंड स्ट्रेटेजी : २४ प्रतिशत
आईटी एंड एनालिटिक्स : १० प्रतिशत सेल्स एंड मार्केटिंग : २२ प्रतिशत
जनरल मैनेजमेंट : १० प्रतिशत एचआर एंड ऑपरेशन : ७ प्रतिशत