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इधर टेररिस्ट अटैक, उधर विमान विमान लेंडिंग
हालांकि, पायलेट की सूझबूझ के चलते विमान को तो किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इमीग्रेशन अधिकारियों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई थी। वैसे तो इंदौर एयरपोर्ट इंटरनेशनल है, लेकिन यहां ई-वीसा पायलट सुविधा नहीं है, जिसके कारण पायलट को एयरपोर्ट से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन ( डीजीसीए) और विदेश मंत्रालय को संबंधित इमरजैंसी लेंडिंग की सूचना दी गई, जिसे गंभीरता से लेते हुए मंत्रालय ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और इमीग्रेशन विभाग को कड़ी जांच के निर्देश दिये। हालांकि, पायलट की प्रमाणिकता सिद्ध होने के बाद उन्हें विमान ठीक होने तक टेंपरेरी परमिट जारी किया गया, जिसके बाद वो विमान से बाहर आ सके।
विदेश मंत्रालय सतर्क
विदेश मंत्रालय ने मामले को इसलिए भी गंभीरता से लिया क्योकि, मध्य प्रदेश का इंदौर, होशंगाबाद, इटारसी, भोपाल समेत कई इलाके आतंकी हमले के अलर्ट पर हैं। उसी समय पाकिस्तान की ओर सा आए विमान ने जिम्मेदारों में हड़कंप मचा दिया था। जैसे ही, विमान की इंदौर में लैंडिंग की खबर मिली तुरंत ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी चौकन्नी हो गईं। इंदौर और इसके समीप केट और महू जैसे संवेदनशील स्थान है। इसके चलते एजेंसियों ने यह सुनिश्चित किया कि विमान में कहीं एयरड्रॉप सुविधा, एरियल फोटोग्राफी, थर्मल इमेजिंग या नाइट विजन कैमरे जैसे उपकरण तो नहीं है, जिससे शहर का मुआयना किया जा सके। विमान की जांच में कोई संदिग्ध चीज सामने ना आने और इसकी प्रमाणिकता मिलने के बाद पायलट को प्लेन ठीक होने तक वीजा दिया गया है। बता दें कि ये 4 सीटर विमान अमेरिका से रजिस्टर्ड किया गया है।