सुबह करीब पांच बजे भतीजा शुभम रोज की तरह घर से दौड़ लगाने के लिए बिजासन स्थित बीएसएफ कैंपस तक पहुंचा। दौड़ लगाते वक्त उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे बीएसएफ जवानों ने रोड पर बेहोश देख पुलिस को सूचना दी। इसके बाद वे उसे उपचार के लिए क्षेत्र के निजी हॉस्पिटल ले गए। यहां पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने शुभम के मोबाइल से उसके परिवार से संपर्क करने का प्रयास किया। इसी दौरान शुभम के मोबाइल पर उन्हें भगवान सिंह का फोटो दिखा। पुलिसकर्मी ने उन्हें फोन पर उपचाररत शुभम के बारे में सूचना देकर बुलाया। वे हॉस्पिटल पहुंचे तो शुभम बार-बार पापा-मम्मी पेट में दर्द होने की बात कह कर कराह रहा था। बेहतर उपचार के लिए भगवान सिंह उसे गोकुलदास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां आधा घंटे चले उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। शाम तक पुलिस पीएम रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कहते हुए छात्र की मौत अज्ञात कारणों से होने की बात कहती रही।