script80 प्रतिशत वाहनों की पार्किंग सड़क पर होने से लगता है जाम | Parking of 80 percent vehicles on the road leads to traffic jam | Patrika News

80 प्रतिशत वाहनों की पार्किंग सड़क पर होने से लगता है जाम

locationइंदौरPublished: Jan 20, 2022 06:41:07 pm

ट्रैफिक सुधार के लिए शहर के बाहर बनाए जाएं स्लीपर कोच बसों का स्टैंड और ट्रांसपोर्ट नगर, ट्रैफिक पुलिस का मास्टर प्लान: टै्रफिक पुलिस का सख्ती के साथ वैकल्पिक पार्किंग व्यवस्था पर जोर

80 प्रतिशत वाहनों की पार्किंग सड़क पर होने से लगता है जाम

80 प्रतिशत वाहनों की पार्किंग सड़क पर होने से लगता है जाम

प्रमोद मिश्रा

इंदौर, सिटी रिपोर्टर। ट्रैफिक पुलिस ने सुधार के लिए मास्टर प्लान बनाकर सभी विभागों से मदद मांगी है। अधिकारियों ने कहा है कि शहर में स्लीपर कोच बसें व भारी वाहनों का प्रवेश एक बड़ी समस्या है। स्लीपर वीडियो कोच बसों के लिए शहर के बाहर बस स्टैंड तथा एक अलग ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की जरूरत है। पिछली सड़क सुरक्षा समिति में सभी विभागों से मदद कर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की बात कही गई थी और अगली बैठक में इस पर जोर दिया जाएगा। डीसीपी ट्रैफिक महेशचंद्र जैन के मुताबिक, सभी के सहयोग से सुधार की उम्मीद है।
एडिशनल डीसीपी अनिल पाटीदार, एसीपी बसंतकुमार कौल व संतोष उपाध्याय ने कार्य योजना बनाकर सभी विभागों का ध्यान आकर्षित किया है। पाटीदार के मुताबिक, इंदौर से महाराष्ट्र के मुंबई, पूणे, नागपुर, गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, राजस्थान के जयपुर कोटा, जोधपुर, यूपी के आगरा, कानुपर के साथ ही छतरपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, भोपाल, छिंदवाड़ा के लिए वीडियो कोच बसों का संचालन होता है। यह बसें शहर के मध्य सरवटे बस स्टैंड, झाबुआ टॉवर, ढक्कन वाला कुआं, विजयनगर में आती हैं। इसमें सवार होकर लोगों के आने व सामान रखने के कारण उस इलाके में जाम की स्थिति बनती है। भारी वाहनों के शहर में लगातार प्रवेश करने के कारण एक्सीडेंट भी होते हैं, लोगों की परेशानी भी बढ़ जाती है।
ऐसी ही शहर में अलग-अलग हिस्सों में ट्रांसपोर्ट नगर का संचालन होता है। भंवरकुआं के ट्रांसपोर्ट नगर, पंचकुइया, पुरानी लोहा मंडी व लसूडिय़ा एबी रोड की नई लोहामंडी व ट्रांसपोर्ट नगर में प्रतिदिन एक हजार ट्रकों का भार रहता है और यह एक बड़ी परेशानी है। स्पीलर वीडियो कोच बसों के स्टैंड की व्यवस्था प्रशासन करे अथवा ऑपरेटरों से कराएं। साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर भी बाहर ही बसाएं, ताकि भारी वाहन शहर में प्रवेश न करें। अनाज मंडी को भी शहर के बाहर करने की मांग दोहराई है। कार्ययोजना पर अगली बैठक में फिर सभी विभागों से बात होगी।
ट्रैफिक पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा, अभी शहर में 80 प्रतिशत वाहनों की पार्किंग सड़क के किनारे (ऑन स्ट्रीट पार्किंग) हो रही है, जिससे केरिएज वे कम हो जाता है, ट्रैफिक संकुचन तथा जाम की स्थिति बनती है। स्थायी रूप से खड़े होने वाले वाहनों को जब्त कर ट्रेचिंग ग्राउंड पहुंचने, बिल्डिगों में पार्किंग की जगह वाहन खड़े करने तथा बाजारों के इलाके में वैकल्पिक पार्किंग व्यवस्था करना होगी।
नगर निगम यहां करे काम

नगर निगम से कुछ काम जल्द करने की मांग भी ट्रेैफिक पुलिस ने की है।
– 58 चौराहों पर सिग्नल है, 24 पर आवश्यकता, सभी पर टाइमर लगाना होगा।
– चोइथराम से राऊ तक सेंटर डिवाइडर को तीन फीट ऊंचा करना।
– एबी रोड पर रुचि सोया के सामने डिवाइर की जरूरत।

– लवकुश चौराहे पर तुरंत काम शुरू करने की जरूरत।
– बरसात के कारण सड़कों पर गड्ढे हैं, खासकर तीन इमली, बिचौली मर्दाना, कनाडिय़ा, चाणक्यपुरी पर जिन्हें तुरंत सुधारें। सभी चौराहो पर रोड मार्किग की जरूरत।
– हाथ ठोलों को व्यविस्थत करना, बाजार से अतिक्रमण हटाना, अनाज मंडी शिफ्ट करना।

फैक्ट
शहर का क्षेत्रफल- 530 वर्ग किमी

जनसंख्या: जिला लगभग 32 लाख, शहर लगभग 24 लाख
पंजीकृत वाहन- 25 लाख
सड़कों की लंबाई- 1710 किलोमीटर
लोक परिवहन- प्रतिदिन 2 लाख 15 हजार लोग लोक परिवहन का इस्तेमाल करते हैं।

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