अमरीका में रहकर नागरिकता का ग्रीन कार्ड हासिल कर वहां का पासपोर्ट बनवा लिया था। वह एक फूड प्लाजा में दो लाख रुपए माह वेतन पर काम करता है। एएसपी अमरेंद्रसिंह के मुताबिक, रिमांड पर लिए गए धोखाधड़ी के आरोपी आमिर अली इब्राहिम पिता इब्राहिम को लेकर पुलिस हैदराबाद जा रही है। पूछताछ में पता चला, आरोपी पहले स्नेहलतागंज में रहता था। वर्ष 1982 में उसकी शादी हैदराबाद की शमशा से हुई थी।
ससुर अकबर अली हैदराबाद के व्यवसायी थे। शादी के करीब 3-4 महीने बाद वह अमरीका चला गया था। वहां फिरोज पहले से रह रहा था। आरोपी ने 1982 में आमिर अली नाम से भोपाल से पासपोर्ट बनवाया था। 2004 में स्नेहलतागंज के पते से नवीनीकृत पासपोर्ट बनवाया जो 2014 तक वैध था।
आरोपी ने बताया, उसकी मुलाकात हैदराबाद के पासपोर्ट बनवाने वाले एजेंट से हुई। अमरीका में नौकरी के उद्देश्य से उसने राजेश अग्रवाल नाम से पासपोर्ट बनवा लिया। एजेंट ने ही सबकुछ अरेंज किया था। एजेंट के बारे में भी ज्यादा नहीं जानता।
पत्नी के नाम फ्लैट
आरोपी का स्नेहलतागंज की बिल्डिंग में पत्नी के नाम फ्लैट है, जो उसने 9 हजार रुपए महीने पर किराए पर दे रखा है। यहीं उसके तीन चाचा रहते हैं, एक चाचा महालक्ष्मीनगर में रहते हैं। 24 अप्रैल को वह 15 मई तक के टूरिस्ट वीजा पर यहां आया था। मुंबई आने के बाद पहले वह आणंद, फिर अहमदाबाद व फिर सूरत में बहनों से मिलने गया और वहां से इंदौर आया था।
मजदूर बनकर गया था
पता चला है, आरोपी लेबर के रूप में अमरीका गया था। उसका कहना है, आसानी से नौकरी पाने के लिए दूसरे के नाम से पासपोर्ट बनवाया, लेकिन पुलिस को विश्वास नहीं है। आरोपी की पत्नी व बच्चों के वास्तविक नाम से ही पासपोर्ट बनने की बात सामने आ रही है। पता चला है, आरोपी ह्यूस्टन, टैक्सास में पेट्रोल पंप के पास बने फूड प्लाजा में काम करता है।