इसी बीच इलाज के इंतजार में मरीज की मौत हो गई। रोबोट चौराहा स्थित गुरु नगर निवासी विजय शर्मा ने बताया, मामी गीता शर्मा को त्वचा रोग से जुड़ी बीमारी थी। इस पर उन्हें गुरुवार को एमवायएच में दिखाया। गुरुवार रात को उनकी तबीयत ज्यादा गंभीर हो गई। ऐसे में उन्हें शुक्रवार सुबह एमवायएच में चर्म रोग विभाग के महिला वार्ड में भर्ती कराया।
एमपी में दंगा भड़काने की बड़ी साजिश, निशाने पर हिंदू संगठन
शुक्रवार रात ८ बजे उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई। तब वहां मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें आइसीयू में शिफ्ट करने के लिए कहा, लेकिन महिला वार्ड से उन्हें पांचवीं मंजिल के आइसीयू में ले जाने के लिए स्टे्रचर ही नहीं मिला। स्टे्रचर ढंूढ़ते हुए कैजुअल्टी पहुंचे तो वहां के वार्ड बॉय ने स्ट्रेचर खाली होने के बावजूद देने से मना कर दिया।
इंदौर कलेक्टर का बड़ा बयान, इन इस्लामी संगठनों ने बिगाड़ी फिजा
वार्ड में मौजूद अन्य लोगों ने जब उस पर दबाव बनाया तो वह स्ट्रेचर देने को तैयार हुआ। करीब आधे घंटे बाद बाद परिजन ही स्ट्रेचर को धक्का लगाकर लिफ्ट तक ले गए। इसी बीच मरीज की स्थिति गंभीर हो गई थी। आइसीयू में पहुंचने बाद भी बेड नहीं मिला और मरीज की मौत हो गई।
पृथ्वीपुर में मच्छरदानी में बांध लिया विशालकाय अजगर
विजय शर्मा के मुताबिक अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मेरी मामी की मौत हुई। इधर एमवायएच के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए पर्याप्त स्ट्रेचर हैं। उस मरीज को वार्ड बॉय ने स्ट्रेचर क्यों नहीं दिया, इसकी जानकारी नहीं है। मैं पता करवाता हूं कि आखिर किस वजह से मरीज को स्ट्रेचर मिलने में देरी हुई।