अस्पतालों में बढ़े मरीज, गले का संक्रमण कर रहा परेशान
हर घर में कोई न कोई बीमार, जागरुकता ही पहला इलाज

इंदौर. मौसम की करवट से इन दिनों शहर के सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हर घर में कोई न कोई बीमार है। सबसे अधिक लोग गले के संक्रमण से परेशान हैं। डॉक्टर इसे वायरल ही बता रहे हैं। कहना है कि इससे बचने का सबसे पहला इलाज जागरुकता है। अगर घर में कोई बीमार है तो उसे आईसोलेट रहकर अन्य परिजनों से दूरी बनाकर रखना होगा, कारण यह वायरल तेजी से एक से दूसरे में फैल रहा है।
शहर के शासकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों की ओपीडी में भी इन दिनों मरीजों की संख्या आम दिनों की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। सबसे अधिक मरीज वायरल संक्रमण के आ रहे हैं इनमें भी शुरुआत गले के संक्रमण से हो रही है। दो से तीन दिन तक गला खराब होने के बाद लोगों को बुखार अपनी चपेट में ले रहा है। एक बार ठीक हो जाने के बाद अगर जरा सी लापरवाही हो तो मरीज फिर इसकी चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के सीनियर डॉ. उल्लास महाजन बताते हैं कि हमारे पास सरकारी अस्पतालों में ही मरीजों की संख्या पहले से बढ़ गई है।
बीमारी के इस मौसम में जागरुकता सबसे पहला इलाज है। अगर घर में कोई बीमार है तो उसे खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल रखना चाहिए। इसके साथ ही बासी व ठंडा खाना खाने से बचना चाहिए। अगर गला खराब हे तो पानी भी गुनगुना कर पीएं एवं कुछ भी खाने से पहले हाथ जरूर धोएं। लोगों को कहीं से भी घर में आने पर हाथ धोने की आदत डालना चाहिए। ये संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल रहा है। यही कारण है की लोग बीमार पड़ रहे हैं।
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